सार
पीएम नरेंद्र मोदी ने भावनगर में 2 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। रोड शो में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। लोगों ने पीएम मोदी की कार पर फूल बरसाए। भावनगर में प्रधानमंत्री ने 5200 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
भावनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर गुजरात आए हैं। भावनगर में उन्होंने करीब 2 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। रोड शो में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। सड़क के दोनों ओर जनसैलाब उमड़ा। लोगों ने पीएम मोदी की कार पर फूल बरसाए। पीएम जवाहर चौक इलाके में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक तरफ देश जहां आजादी के 75 वर्ष पूरे कर चुका है, वहीं इस साल भावनगर अपनी स्थापना के 300 वर्ष पूरे करने जा रहा है। 300 वर्षों की अपनी इस यात्रा में भावनगर ने सतत विकास की और सौराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
पीएम ने कहा कि भावनगर समंदर के किनारे बसा जिला है। गुजरात के पास देश की सबसे लंबी कोस्टलाइन है, लेकिन आजादी के बाद के दशकों में तटीय विकास पर उतना ध्यान नहीं दिए जाने की वजह से ये विशाल कोस्टलाइन एक तरह से लोगों के लिए बड़ी चुनौती बन गई थी। बीते दो दशकों में गुजरात की कोस्टलाइन को भारत की समृद्धि का द्वार बनाने के लिए हमने ईमानदारी से प्रयास किया है। गुजरात में हमने अनेकों पोर्ट्स विकसित किए, बहुत से पोर्ट्स का आधुनिकीकरण कराया।
कोस्ट लाइन बनी रोजगार का माध्यम
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज गुजरात की कोस्ट लाइन देश के आयात-निर्यात में बहुत बड़ी भूमिका निभाने के साथ ही लाखों लोगों को रोजगार का माध्यम भी बनी है। आज गुजरात की कोस्टलाइन, री-न्यूएबल एनर्जी और हाईड्रोजन इकोसिस्टम का पर्याय बनकर उभर रही है। भावनगर का ये पोर्ट आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाएगा और रोजगार के सैकड़ों नए अवसर पैदा होंगे। यहां भंडारण, ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स से जुड़े व्यापार का विस्तार होगा।
लोथल हमारी विरासत का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। इसे पूरी दुनिया के पर्यटन नक्शे पर लाने के लिए बहुत परिश्रम किया जा रहा है। लोथल के साथ वेलावदर नेशनल पार्क में इको टूरिज्म से जुड़े सर्किट का लाभ भी भावनगर को होने वाला है। इससे विशेष रूप से छोटे बिजनेस को लाभ होने वाला है।
5200 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का किया शिलान्यास और लोकार्पण
भावनगर में प्रधानमंत्री ने 5200 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने दुनिया के प्रथम सीएनजी टर्मिनल और ब्राउनफील्ड बंदरगाह की आधारशिला रखी। बंदरगाह को 4000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा, जो दुनिया के चौथे सबसे बड़े लॉक गेट सिस्टम के साथ दुनिया के पहले सीएनजी टर्मिनल के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा होगा।
सीएनजी टर्मिनल के अलावा, यह बंदरगाह इस क्षेत्र में विभिन्न आगामी परियोजनाओं की भविष्य की जरूरतों और मांगों को भी पूरा करेगा। बंदरगाह में मौजूदा सड़क मार्ग और रेलवे नेटवर्क से सीधे डोर-स्टेप कनेक्टिविटी के साथ अत्याधुनिक कंटेनर टर्मिनल, बहुउद्देशीय टर्मिनल और लिक्विड टर्मिनल होगा। इससे न केवल कार्गो को संभालने में आने वाली लागत की बचत होने से आर्थिक लाभ होगा, बल्कि इस क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार भी पैदा होगा। साथ ही, यह सीएनजी आयात टर्मिनल स्वच्छ ऊर्जा की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए ऊर्जा का एक अतिरिक्त वैकल्पिक स्रोत प्रदान करेगा।
क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री ने भावनगर में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र का भी उद्घाटन किया। यह 20 एकड़ में फैला है और इसे लगभग 100 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। केंद्र में समुद्री जलीय गैलरी, ऑटोमोबाइल गैलरी, नोबेल पुरस्कार गैलरी- फिजियोलॉजी और मेडिसिन, इलेक्ट्रो मैकेनिक्स गैलरी, जीवविज्ञान से संबंधित विज्ञान गैलरी सहित कई थीम बेस्ड गैलरीज हैं। यह केंद्र एनिमेट्रोनिक डायनासोर, विज्ञान विषय-आधारित टॉय ट्रेन, प्रकृति की खोज से संबंधित यात्रा, मोशन सिमुलेटर, पोर्टेबल सौर वेधशाला आदि जैसे बाहरी प्रतिष्ठानों के माध्यम से बच्चों के लिए खोज और रिसर्च के लिए एक रचनात्मक मंच भी प्रदान करेगा।
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प्रधानमंत्री ने सौनी योजना लिंक 2 के पैकेज 7, 25 मेगावाट पलिताना सोलर पीवी प्रोजेक्ट, एपीपीएल कंटेनर (आवदकृपा प्लास्टोमेक प्राइवेट लिमिटेड) परियोजना सहित कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन किया और सौनी योहना लिंक 2 के पैकेज 9, चोरवडला जोन जलापूर्ति परियोजना सहित अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
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