सार
हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा। यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है।
Sikh Community thanks to PM Modi: श्री हेमकुंड साहिब रोपवे प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने पर सिख समाज के लोगकाफी खुश हैं। शनिवार को श्री अकाल तख्त साहिब, श्री अमृतसर साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सहित आध्यामिक गणमान्य लोगों ने पीएम मोदी को इस प्रोजेक्ट के शिलान्यास पर हर्ष जताया है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने पत्र भेजकर गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब रोपवे के लिए धन्यवाद दिया है। शुक्रवार को पीएम मोदी ने उत्तराखंड दौरे के दौरान कई प्रोजेक्ट्स की सौगात दी थी।
सिख समाज ने पत्र में क्या लिखा?
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब रोपवे प्रोजेक्ट के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट से सिख धर्म के श्रद्धालुओं को अपने आध्यात्मिक स्थली तक पहुंचने में आसानी होगी। पत्र में कहा गया है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सिख समाज के लिए काफी संवेदना के साथ काम किए जा रहे हैं। सरकार गुरु ग्रंथ साहिब और सिख गुरुओं के सम्मान में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। लाल किले पर गुरु तेज बहादुर साहिब जी गुरुपरब का आयोजन भी बेहद सराहनीय रहा। उन्होंने बताया कि बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अकाल तख्त साहिब विजिट के दौरान भी सिख समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई जिसका हल करने का उन्होंने आश्वासन दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की रोपवे सहित कई प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास
शुक्रवार को पीएम मोदी ने कई प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास व उद्घाटन किया था। उन्होंने रिवरफ्रंट के विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने के साथ माणा गांव में सड़क और रोपवे परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। केदारनाथ व हेमकुंड साहिब रोपवे का भी उन्होंने शिलान्यास किया था। केदारनाथ रोपवे लगभग 9.7 किलोमीटर लंबा होगा। यह गौरीकुंड को केदारनाथ से जोड़ेगा। दोनों स्थानों के बीच यात्रा का समय वर्तमान में 6-7 घंटे से कम होकर लगभग 30 मिनट का रह जाएगा। हेमकुंड रोपवे गोविंदघाट को हेमकुंड साहिब से जोड़ेगा। यह लगभग 12.4 किलोमीटर लंबा होगा और यात्रा समय को एक दिन से कम करके केवल 45 मिनट तक सीमित कर देगा। यह रोपवे घांघरिया को भी जोड़ेगा, जो फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है। इस रोपवे को लगभग 2430 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने करीब 1000 करोड़ रुपये की सड़क चौड़ीकरण परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया। दो सड़क चौड़ीकरण परियोजनाएं-माणा से माणा पास (एनएच - 07) और जोशीमठ से मलारी (एनएच107बी) तक के निर्माण से काफी सुविधा होगी। केदारनाथ और बद्रीनाथ सबसे महत्वपूर्ण हिंदू मंदिरों में से एक हैं। यह क्षेत्र एक श्रद्धा वाले एक सिख तीर्थ स्थल - हेमकुंड साहिब के लिए भी जाना जाता है। इन जगहों पर शुरू हो रही कनेक्टिविटी परियोजनाओं में से धार्मिक महत्व के स्थानों तक पहुंच को आसान बनाएगी।
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