सार

केंद्र सरकार (Central Government) ने 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान (Har ghar tiranga campaign) चलाने की घोषणा की है। इसके लिए न सिर्फ ध्वज संहिता (Flag code) में बदलाव किया गया है बल्कि केंद्र ने पूरी प्लानिंग की है। 

नई दिल्ली. केंद्र सरकार आजादी के 75 साल का जश्न 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तौर पर मना रही है। इसी क्रम में 13 अगस्त से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा। यानि हर देशवासी अपने घरों पर तिरंगा फहराएंगे। इसके लिए केंद्र सरकार ने ध्वज संहिता में भी बदलाव किए है। इन बदलावों के कारण लोग रात में भी तिरंगा फहरा सकेंगे। पॉलिएस्टर के तिरंगे भी फहराए जाएंगे। केंद्र इस अभियान की सफलता के लिए कई बदलाव तो किए ही हैं, केंद्रीय स्तर पर प्लानिंग भी की गई है। आइए जानते हैं क्या है हर घर तिरंगा अभियान की पूरी तैयारी...
 
सेलिब्रिटीज करेंगे कैंपने का श्रीगणेश
सरकारी सूत्रों की मानें तो 1 अगस्त से विभिन्न क्षेत्रों की लगभग 500 से 750 शीर्ष हस्तियां अभियान में अपनी भागीदारी के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करना शुरू कर देंगी। साथ इस कैंपने में लोगों को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। 13-15 अगस्त के बीच भी ये बड़ी हस्तियां झंडे के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव मानने के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान का आह्वान किया है। भारत की आजादी के 75 साल पूरा होने पर यह जश्न देशभर में मनाया जाएगा।

फ्लैग कोड में क्या हुए बदलाव

  • 30 दिसंबर 2021 को फ्लैग कोड में आवश्यक बदलाव किया गया है।
  • पहले झंडा फहराने व उपयोग को लेकर सख्त नियम थे, जिसमें कुछ छूट दी गई है।
  • अब मशीन से पॉलिएस्टर के झंडे भी तैयार किए जा सकते हैं।
  • अब हाथ के काते हुए, बुने हुए और मशीन से झंडे बनाए जा सकते हैं।
  • कपास, पॉलिएस्टर, ऊन, रेशम व खादी के झंडे बनाए जा सकते हैं।
  • 13 से 15 अगस्त तक रात में तिरंगा झंडा घरों पर फहराया जा सकता है।


 

20 करोड़ परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य
13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा कैंपेन में देशभर के 20 करोड़ परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय, राज्य सरकारें और कई एजेंसियां मिलकर इस कैंपेन को सफल बनाने की दिशा में काम करेंगी। संस्कृति मंत्रालय का मानना है कि यह किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद का मामला नहीं बल्कि प्रतिबद्ध राष्ट्र का प्रतीक है। यह राष्ट्रीय एकता की भावना बढ़ाने का प्रयोजन है। केंद्र द्वारा तिरंगे की बढ़ती मांग को देखते हुए नियमों में कई प्रकार की ढील दी गई है, ताकि कैंपेन सफल हो सके।

यह भी पढ़ें

आजादी का अमृत महोत्सव: 'हर घर तिरंगा' अभियान से बढ़ेगी झंडे की बिक्री लेकिन ये नियम हर किसी को जान लेना चाहिए