सार

आजादी का अमृत महोत्सव मनाए जाने के क्रम में अगले महीने हर घर तिरंगा लहराया जाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से कहा है कि अगस्त में हर घर पर तिरंगा लहराना चाहिए। अब ट्रेड एनालिसिस्ट का मानना है कि इससे तिरंगे की बिक्री में इजाफा होगा।

Har Ghar Tiranga. आजादी का अमृत महोत्सव के तहत अगले महीने 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। देश में इस तरह का यह पहला प्रयोग होगा। उद्योग व्यापार से जुड़ी संस्थाओं का मानना है कि इससे तिरंगे झंडे की बिक्री में काफी तेजी आएगी। क्योंकि ज्यादातर लोग अपने घरों पर तिरंगा फहराने की तैयारी कर चुके हैं। यही कारण है कि व्यापारी अभी से उस मांग को पूरा करने के प्रयास कर रही हैं, ताकि अचानक होने वाली डिमांड को पूरा किया जा सके। 

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अधिकारियों ने दावा किया है कि तिरंगे को खरीदने के लिए बड़ी संख्या में लोग बाजारों में उमड़ रहे है, इसलिए उम्मीद है कि राष्ट्रीय ध्वज की मांग काफी बढ़ जाएगी। 13 से 15 अगस्त तक नागरिकों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया गया है। केंद्र सरकार ने देश भर के 25 करोड़ घरों में तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा है। केंद्र सरकार ने कहा है कि दिन और रात दोनों समय तिरंगा फहराया जा सकेगा।

अभियान में इन बातों का रखना होगा ध्यान

  • किसी व्यक्ति को सलामी देने के झंडा नहीं झुकाया जाएगा।
  • झंडे को तकिया या ड्रेस की तरह इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
  • किसी भी वर्दी या पोशाक के रुप में झंडे का प्रयोग नहीं कर सकते।
  • भारतीय झंडे के बराबर या उससे उंचा कोई और झंडा नहीं फहरा सकते।
  • तिरंगे झंडे को गाड़ी, ट्रेन, फ्लाइट की छत को ढंकने के लिए नहीं फहराएंगे।
  • झंडे पर किसी तरह का प्रचार या स्लोगन नहीं लिखा जा सकता है।
  • घर का पर्दा लगाने के लिए तिरंगे का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।

बनाया जाएगा पॉलिएस्टर का तिरंगा
केंद्र सरकार ने कहा है कि 13 से 15 अगस्त तर दिन और रात दोनों समय तिरंगे को फहराया जाएगा। साथ ही पॉलिएस्टर के उपयोग के अलावा मशीन से तिरंगा बनाने के लिए देश की ध्वज संहिता में भी बदलाव किया गया है। यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि सरकार 13 अगस्त से दो दिवसीय अभियान की शुरुआत करने जा रही है। इसी वजह से CAIT ने झंडे के निर्माताओं को कहा कि मांग की पूर्ति के लिए अभी से उत्पादन बढ़ाया जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि देश की ध्वज संहिता का भी पालन किया जाना चाहिए।

देश के राज्यों को किया अलर्ट
व्यापार निकाय ने दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, ओडिशा, बिहार और राजस्थान में कपड़ा निर्माताओं के संपर्क बनाने और झंडे का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए कहा है। वर्तमान में 10 रुपए से लेकर 150 रुपए तक के झंडे बाजार में उपलब्ध हैं। माना जा रहा है कि कम कीमत के तिरंगों की मांग सबसे ज्यादा होने वाली है। केंद्र सरकार आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है।

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