सार
6 पेज के अपने पत्र में आईएमए ने कहा, बाबा रामदेव का बयान एलोपैथी और उसकी प्रैक्टिस करने वाले करीब 2000 डॉक्टरों की इमेज पर सवाल खड़ा कर रहा है। साथ ही आईएमए ने कहा है कि बाबा रामदेव का बयान आईपीसी के 499 के तहत क्रिमनल एक्ट है।
नई दिल्ली. एलोपैथी पर दिए बयान को लेकर बाबा रामदेव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है। आईएमए ने मांग की है कि रामदेव की ओर से वैक्सीन को लेकर भ्रामक और गलत बयान दिए गए हैं। उन्होंने डॉक्टरों और एलोपैथी को लेकर गलत बयान दिए हैं। ऐसे में उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यहां तक कि उनके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज हो।
इससे पहले इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के उत्तराखंड डिवीजन ने बाबा रामदेव को मानहानि नोटिस भेजा है। यह नोटिस रामदेव के हाल ही में एलोपैथी दवाओं को लेकर दिए बयान के चलते भेजा गया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आईएमए ने कहा, रामदेव अगर अपने बयान का खंडन करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट नहीं करते और 15 दिन के अंदर लिखित में माफी नहीं मांगते तो उन पर 1000 करोड़ रुपए का दावा किया जाएगा।
6 पेज का लिखा पत्र
6 पेज के अपने पत्र में आईएमए ने कहा, बाबा रामदेव का बयान एलोपैथी और उसकी प्रैक्टिस करने वाले करीब 2000 डॉक्टरों की इमेज पर सवाल खड़ा कर रहा है। साथ ही आईएमए ने कहा है कि बाबा रामदेव का बयान आईपीसी के 499 के तहत क्रिमनल एक्ट है।
क्या है मामला?
बाबा रामदेव का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वे एलोपैथी को मूर्खतापूर्ण विज्ञान बताते नजर आ रहे हैं। इस बयान को लेकर बाबा रामदेव की काफी आलोचना हो रही है। आईएमए ने इससे पहले पत्र लिखकर माफी मांगने के लिए कहा था। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी बाबा रामदेव को पत्र लिखकर बयान वापस लेने के लिए कहा था। इस पत्र के बाद बाबा रामदेव ने अपना बयान वापस ले लिया।
'मैं बाबा रामदेव का सामना करने के लिए तैयार'
IMA उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ अजय खन्ना ने कहा, मैं बाबा रामदेव का सामना करने के लिए तैयार हूं। रामदेव को एलोपैथी के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं है। इसलिए वे ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, रामदेव के बयान ने ऐसे वक्त पर डॉक्टरों का मनोबल कम किया है, जब वे दिन रात कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं। रामदेव अपनी दवाईयों को बेचने के लिए लगातार झूठ बोल रहे हैं।