सार
भारत ने आज (1 दिसंबर, 2022) से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की। जी20 की अध्यक्षता भारत को अंतरराष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ tweet किए।
नई दिल्ली. भारत ने आज (1 दिसंबर, 2022) से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की। जी20 की अध्यक्षता भारत को अंतरराष्ट्रीय महत्व के महत्वपूर्ण मुद्दों पर वैश्विक एजेंडे में योगदान करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। बता दें कि G20 शिखर सम्मेलन 15-16 नवंबर को इंडोनेशिया में हुआ था। अध्यक्षता ग्रहण करने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ tweet किए। इनमें से एक में कहा-आज(1 दिसंबर) को भारत ने अपनी G-20 अध्यक्षता शुरू की है। G-20 अध्यक्षता 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' की थीम से प्रेरित होकर एकता को और बढ़ावा देने के लिए काम करेगी। पढ़िए पूरी डिटेल्स...
(यह तस्वीर 16 नवंबर की है, जब इंडोनेशिया के बाली में आयोजित G20 समिट में पीएम मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने जी20 नेताओं के हैंडओवर समारोह में भाग लिया था।)
भारत के लिए एक ऐतिहासिक अवसर
- पीएम मोदी ने G20 की अध्यक्षता ग्रहण करते हुए tweet में लिखा-आज, जैसा कि भारत ने अपनी जी-20 अध्यक्षता शुरू की है। इस पर कुछ विचार लिखे हैं कि हम आने वाले वर्ष में एक समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्रवाई-उन्मुख और वैश्विक भलाई के लिए निर्णायक एजेंडे के आधार पर कैसे काम करना चाहते हैं।
- मेरा दृढ़ विश्वास है कि अभी और आगे बढ़ने का सबसे अच्छा समय है। हमें समग्र रूप से मानवता को लाभान्वित करने के लिए एक मौलिक मानसिकता(fundamental mindset) के बदलाव को उत्प्रेरित करना है। #G20India
- मोदी ने कहा-मैं महत्वपूर्ण रिजल्ट्स देने के लिए पिछले G-20 अध्यक्षों को धन्यवाद देना चाहता हूं। भारत अन्य विषयों के साथ-साथ स्थायी जीवन शैली(encouraging sustainable lifestyles) को प्रोत्साहित करने, फूड, फर्टिलाइजर्स और मेडिकल प्रॉडक्ट्स की ग्लोबल सप्लाई को अराजनीतिक(depoliticising) बनाने पर काम करने के लिए तत्पर है।
- मोदी ने कहा-आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, महामारी जैसी सबसे बड़ी चुनौतियों का हम मिलकर सबसे अच्छा मुकाबला कर सकते हैं।
- भारत की जी-20 अध्यक्षता 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य-'One Earth, One Family, One Future' की थीम से प्रेरित होकर एकता को और बढ़ावा देने के लिए काम करेगी।
- यह हमारी स्प्रिचुअल ट्रेडिशन से प्रेरित होने का समय है, जो एकता की वकालत करती हैं और वैश्विक चुनौतियों को हल करने के लिए मिलकर काम करती हैं।
- वही पुरानी जीरो-सम मानसिकता(old zero-sum mindset) में फंसे रहने का समय चला गया है, जिसके कारण बिखराव और संघर्ष दोनों हुआ है।
मोदी ने लॉन्च किया था G20 का लोगो
G20 की अध्यक्षता ग्रहण करने से पहले भारत ने अपनी तैयारियों के तहत 8 नवंबर को G20 लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया था। मोदी ने तब सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत 1 दिसंबर से जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा और कहा कि यह देश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है, जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, विश्व व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। इसे एक महत्वपूर्ण अवसर बताते हुए प्रधान मंत्री ने कहा था कि आजादी का अमृत महोत्सव के वर्ष के दौरान जी -20 की अध्यक्षता प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है।
जी20 की वेबसाइट
8 नवंबर को प्रधानमंत्री ने भारत की जी20 की अध्यक्षता की वेबसाइट www.g20.in का शुभारंभ भी किया था। यह वेबसाइट 1 दिसंबर 2022 को भारत द्वारा जी20 की अध्यक्षता का पदभार ग्रहण करते ही जी20 की अध्यक्षता की वेबसाइट www.g20.org पर निर्बाध रूप से माइग्रेट हो गई। जी20 और लॉजिस्टिक्स की व्यवस्था के बारे में वास्तविक जानकारी के अलावा, इस वेबसाइट का उपयोग जी20 से संबंधित सूचना के भंडार के रूप में विकसित और कार्य करने के लिए भी किया जाएगा। इस वेबसाइट के जरिये लोग अपने सुझाव भी दे सकते हैं। वेबसाइट के अलावा, एंड्रॉइड और आईओएस, दोनों, प्लेटफॉर्म पर एक मोबाइल ऐप जी20 इंडिया जारी किया गया है।
जानिए G-20 के बारे में
G-20 अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष(International Monetary Fund) और विश्व बैंक के प्रतिनिधियों के साथ 19 देशों तथा यूरोपीय संघ का एक अनौपचारिक समूह है।
ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (G20) दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। G20 सभी महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व करता है। यह विश्व सकल घरेलू उत्पाद का 80%, वैश्विक व्यापार का 75% और विश्व की 60% आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।
हाल ही में विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs- MEA) ने घोषणा की कि भारत वर्ष 2023 में नई दिल्ली में G-20 समूह के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
बता दें कि यह मंच 1999 में बनाया गया था। G20 फाइनेंसियल और इकोनॉमिक इश्यूज पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का एक मुख्य फोरम है। इसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। सदस्य देश हैं-अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं।
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