सार
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड (Hardeep Singh Nijjar Murder Case) के बाद से फाइव आइज इंटेलिजेंस अलायंस (Five Eyes Intelligence Alliance) लाइम लाइट में है। यह खुफिया जानकारी शेयर करने वाला संगठन है।
नई दिल्ली। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) हत्याकांड को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर आरोप लगाए हैं। इससे दोनों देशों के संबंध खराब हो गए हैं। कनाडा सरकार ने सूचना लीक कर बताया है कि निज्जर हत्याकांड के बारे में खुफिया जानकारी उसे फाइव आइज इंटेलिजेंस अलायंस (Five Eyes Intelligence Alliance) के एक सदस्य देश से मिली है।
क्या है फाइव आइज इंटेलिजेंस अलायंस?
निज्जर हत्याकांड के बाद से फाइव आइज इंटेलिजेंस अलायंस लाइम लाइट में है। अमेरिका, यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड इसके सदस्य हैं। यह अलायंस खुफिया जानकारी साझा करने वाला नेटवर्क है। इसके सदस्य देश एक दूसरे से अपनी खुफिया जानकारी शेयर करते हैं। 1946 में अमेरिका और यूके ने खुफिया जानकारी शेयर करने के लिए गठबंधन किया था। समय के साथ इस अलायंस में विस्तार हुआ। 1949 में इसमें कनाडा शामिल हुआ। वहीं, 1955 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड अलायंस के सदस्य बने। अलायंस अपने सदस्य देशों के साथ ही तीसरे पक्ष के भागीदारों के साथ भी सहयोग करता है। तीसरे पक्ष के भागीदार देश जानकारी शेयर करते हैं, लेकिन औपचारिक भागीदार का दर्जा नहीं रखते हैं।
फाइव आइज इंटेलिजेंस अलायंस का क्या है काम?
आइज इंटेलिजेंस अलायंस का मुख्य काम अपने सदस्य देशों के बीच खुफिया जानकारी शेयर करना है। खुफिया जानकारी पाने के लिए इस अलायंस के देश एक-दूसरे के साधनों का इस्तेमाल भी करते हैं। इस अलायंस द्वारा पहले रेडियो सिग्नल जैसे पारंपरिक तरीकों ने जानकारी जुटाई जाती थी। वर्तमान में ये डिजिटल ट्रैकिंग और इंटरसेप्शन जैसे तरीके अपनाते हैं।
व्हिसलब्लोअर एडवर्ड स्नोडेन ने 2013 में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के खुफिया दस्तावेजों को बड़े पैमाने पर लीक किया था। इससे पता चला था कि फाइव आईज देश न केवल दूसरे देशों की जासूसी कर रहे हैं बल्कि अपने देश के नागरिकों के व्यक्तिगत डेटा एकत्र करते हैं और उसे स्टोर कर रखते हैं।
यह भी पढ़ें- भारतीय राजनयिक की जासूसी पर आधारित है ट्रूडो के आरोप, सबूत दिखाने की मांग पर लीक की ये जानकारी
कनाडा में चार प्रमुख एजेंसियां फाइव आइज के साथ शामिल हैं-
1. संचार सुरक्षा प्रतिष्ठान (सीएसई)
2. आरसीएमपी (रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस)
3. कनाडाई सुरक्षा खुफिया सेवा (सीएसआईएस)
4. कैनेडियन फोर्सेस इंटेलिजेंस कमांड
यह भी पढ़ें- G20 Summit में बाइडेन ने मोदी के सामने निज्जर हत्याकांड संबंधी कनाडा के दावों पर जताई थी चिंता