सार
आज कल के युवाओं में सोशल मीडिया का नशा इस कदर चढ़ चुका है, जिसकी गिरफ्त में आकर लोगों का बचपन खराब हो रहा है। ये बातें सिर्फ कही सुनी नहीं बल्कि रिपोर्ट के आधार पर कही जा रही है।
Social Media Child Abuse: आज कल के युवाओं में सोशल मीडिया का नशा इस कदर चढ़ चुका है, जिसकी गिरफ्त में आकर लोगों का बचपन खराब हो रहा है। ये बातें सिर्फ कही सुनी नहीं बल्कि रिपोर्ट के आधार पर कही जा रही है। हाल ही में बच्चों की डिजिटल सुरक्षा पर विशेषज्ञता रखने वाली कंसल्टेंसी फर्म Space2Grow ने एक रिपोर्ट तैयार की, जिसके माध्यम से पता चला है कि इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर बाल यौन शोषण के वीडियो की भरमार है। सबसे दुखद बात ये है कि ऐसी वीडियो मात्र 40 रुपए में मिल रही है।
यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO) के तहत सख्त दंडों के होने के बावजूद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बाल यौन शोषण कंटेंट से भरे हुए हैं। भारतीय बच्चों की कामुक तस्वीरें पोस्ट करने वाले इंस्टाग्राम अकाउंट दर्शकों को टेलीग्राम चैनलों की ओर ले जाते हैं, जहां लोग 40 रुपये से 5,000 रुपये के बीच बाल यौन शोषण सामग्री बेचते हैं।
भारत में बाल यौन शोषण कटेंट की भरमार
2019 न्यूयॉर्क टाइम्स की जांच में पाया गया कि भारत CSAM कंटेंट के सबसे बड़े क्रिएटर और कंज्यूमर में से एक है। अमेरिकी गैर-लाभकारी संस्था, नेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लोइटेड चिल्ड्रेन (NCMEC) ने 2019 में एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें इंटरनेट पर अपलोड की गई ऑनलाइन बाल यौन शोषण सामग्री (CSAM) की संख्या का खुलासा किया गया। इसमें भारत से लगभग 19 लाख 87 430 कंटेंट दर्ज की गई, जो दुनिया में सबसे अधिक है।
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