भारत अमेरिका के साथ 113 GE-404 इंजन के लिए 1 बिलियन डॉलर की डील करने जा रहा है। अक्टूबर तक इसपर मुहर लगने की उम्मीद है। ये इंजन तेजस लड़ाकू विमान में लगाए जाएंगे।
Fighter Jet Engines: अमेरिका के साथ चल रही व्यापारिक बातचीत के बीच, भारत अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ 113 F404-IN20 फाइटर जेट इंजनों के लिए करीब 1 अरब डॉलर (8872 करोड़ रुपए) की एक बड़ी डील फाइनल करने की राह पर है।
HAL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. डीके सुनील ने कहा कि इस साल अक्टूबर तक इस समझौते पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। बातचीत अब आखिरी दौर में है। HAL चीफ ने कहा,
हमें उम्मीद है कि हम अक्टूबर में इस पर साइन कर देंगे। यह कॉन्ट्रैक्ट 1 अरब डॉलर से ज्यादा का होगा। कॉन्ट्रैक्ट पर बातचीत पूरी हो चुकी है और कीमत भी तय हो गई है। हम बस कॉन्ट्रैक्ट की डिटेल्स देख रहे हैं और हमें साइन करना है। अब जब यह मुख्य कॉन्ट्रैक्ट साइन हो गया है तो अक्टूबर में हम GE के साथ 113 इंजनों के लिए कॉन्ट्रैक्ट साइन करेंगे।
HAL ने जनरल इलेक्ट्रिक के साथ पूरी की इंजनों के लिए बातचीत
HAL ने जनरल इलेक्ट्रिक के साथ 113 इंजनों के लिए बातचीत पूरी कर ली है और अब कॉन्ट्रैक्ट साइन होने का इंतज़ार है। इस ऑर्डर में 68 सिंगल-सीट फाइटर और 29 ट्विन-सीट ट्रेनर शामिल हैं, जिनकी डिलीवरी 2027-28 में शुरू होगी और छह साल में पूरी हो जाएगी।
HAL का लक्ष्य अक्टूबर तक पहला एयरक्राफ्ट डिलीवर करना है, जिसमें से तीन पहले से ही तैयार हैं और उनके फाइनल ट्रायल बाकी हैं। कंपनी की योजना 2032-33 तक 180 एयरक्राफ्ट पूरे करने की है। MoD के HAL के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के बाद पहला एयरक्राफ्ट कब डिलीवर किया जाएगा? इस सवाल पर डॉ. सुनील ने कहा,
अभी तक तीन एयरक्राफ्ट तैयार हैं। हमें फाइनल ट्रायल करने हैं। हमें उम्मीद है कि हम अक्टूबर में उन ट्रायल्स को पूरा कर लेंगे। मुझे लगता है कि हम अक्टूबर तक डिलीवरी कर पाएंगे।
IAF ने 97 LCA Mk1A के लिए किया है कॉन्ट्रैक्ट साइन
IAF के लिए 97 LCA Mk1A एयरक्राफ्ट की खरीद के लिए MoD द्वारा HAL के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के बारे में, HAL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. डीके सुनील ने कहा,
वित्त वर्ष 2032-33 तक, हम सभी 180 एयरक्राफ्ट बना लेंगे। यही हमारा लक्ष्य है।
F404-IN20 इंजन भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस Mk1A को पावर देंगे। HAL पहले ही भारतीय वायु सेना द्वारा ऑर्डर किए गए शुरुआती 83 तेजस जेट के लिए 99 इंजनों का कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर चुका है।
HAL, GE के F414 इंजनों के लिए 80% टेक्नोलॉजी ट्रांसफर पर बातचीत कर रहा है, जिसका मकसद एडवांस्ड LCA Mk2 और एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) को पावर देना है। यह भारत के 'आत्मनिर्भर भारत' विजन के मुताबिक है।
यह डील रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण और विदेशी सप्लायर्स पर निर्भरता कम करने के लिए भारत की कोशिशों को दिखाती है।
डॉ. सुनील को GE के साथ बातचीत पर टैरिफ से जुड़ा कोई असर नहीं दिखता; LCA Mk2 को GE414 इंजन को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है, जिससे एयरोस्पेस और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर में सहयोग के साथ भारत-अमेरिका के रक्षा संबंध मजबूत हो रहे हैं।
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इस डील से HAL की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को बढ़ावा मिलने और 2047 तक भारत के विकसित देश बनने के लक्ष्य को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। गुरुवार को रक्षा मंत्रालय (MoD) द्वारा भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए 97 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) Mk1A जेट के लिए ₹62,370 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के साथ ही हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) बड़ी ग्रोथ के लिए तैयार है।
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