रूस के सैन्य विमान अलास्का की ओर बढ़। इनमें परमाणु हमला करने की क्षमता रखने वाले बॉम्बर विमान भी शामिल थे। रूसी विमानों को भगाने के लिए अमेरिका ने अपने लड़ाकू विमान भेजे। 

Russian warplanes over Alaska: रूस के लड़ाकू विमान अमेरिका के अलास्का के आसमान में उड़ान भरते नजर आए हैं। उन्हें भगाने के लिए अमेरिका ने अपने फाइटर जेट्स भेजे। रूस के जो विमान आए थे उनमें परमाणु हमला करने में सक्षम बॉम्बर जेट्स भी शामिल थे। NORAD (North American Aerospace Defense Command) ने बताया है कि चार सैन्य विमानों की पहचान करने और रोकने के लिए अमेरिकी लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया।

रूस के दो बॉम्बर और दो लड़ाकू विमान देखे गए

NORAD के अनुसार रूस के 4 सैन्य विमान देखे गए। इनमें से 2 Tu-95 लॉन्ग रेंज स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स थे। इनके पास परमाणु हमला करने की क्षमता है। दोनों बॉम्बर की सुरक्षा के लिए दो Su-35 फाइटर जेट्स भी साथ मौजूद थे। इन विमानों को ADIZ (Alaskan Air Defense Identification Zone) में उड़ते देखा गया। यह अमेरिका और कनाडा के हवाई क्षेत्र की सीमा से लगा हुआ अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र है। CBS की रिपोर्ट के अनुसार NORAD ने रूसी विमानों को रोकने के लिए 4 F-16 लड़ाकू जेट और 4 KC-135 टैंकर विमानों के साथ एक E-3 अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट तैनात किया।

अमेरिका और नाटो की सैन्य तैयारियां परख रखा रूस

बता दें कि यूक्रेन जंग को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। अमेरिका और नाटो की सैन्य तैयारियों को परखने के लिए रूस ने सैन्य गतिविधियों को तेज किया है। हालांकि ADIZ में रूसी सैन्य गतिविधि को नियमित माना जाता है। इसे तत्काल खतरा नहीं माना गया है।

रूसी खतरे के चलते हाई अलर्ट पर है यूरोप

यूक्रेन पर रूस के जारी आक्रमण के बीच यूरोप हाई अलर्ट पर है। 9 सितंबर को पोलिश हवाई क्षेत्र में घुसने पर पोलिश और सहयोगी नाटो विमानों ने रूसी ड्रोन को मार गिराया था। 19 सितंबर को एस्टोनिया ने कई रूसी लड़ाकू विमानों के घुसपैठ की सूचना दी।

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अलास्का के ऊपर हाल ही में की गई यह उड़ान, इसी प्रकार की घटना के लगभग एक महीने बाद हुई है। उस समय अमेरिका ने रूसी सैन्य विमानों को रोकने के लिए लड़ाकू जेट विमानों को भेजा था। अगस्त के अंत में NORAD ने ADIZ के भीतर एक रूसी टोही विमान का पता लगाया था। इससे पहले के दिनों में इसी प्रकार के जासूसी विमान को तीन बार रोका गया था।

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