सार

भारतीय वायु सेना ने चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा ISRO के पुष्पक RLV को 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक ले जाने और गिराने का वीडियो शेयर किया है।

 

नई दिल्ली। भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने शुक्रवार को अपने पुष्पक रीयूजेबल लॉन्च व्हीकल को टेस्ट किया। यह टेस्ट पूरी तरह सफल रहा। टेस्ट के लिए इसरो ने इंडियन एयरफोर्स की मदद ली। भारतीय वायुसेना का चिनूक हेलीकॉप्टर एसयूवी के आकार के पुष्पक को रस्सी से बांधकर आकाश में ले गया।

चिनूक पुष्पक को 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर ले गया और गिरा दिया। वायुसेना ने इस घटना का वीडियो शेयर किया है। इस शानदार वीडियो में आप पुष्पक को जमीन की ओर गिरते देख सकते हैं। पुष्पक को स्वदेशी स्पेस शटल भी कहा जाता है।

 

 

पुष्पक को 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक ले गया चिनूक

चित्रदुर्ग में एयरोनॉटिकल टेस्ट रेंज में यह टेस्ट किया गया। मिशन की शुरुआत चिनूक हेलीकॉप्टर द्वारा 'पुष्पक' को पृथ्वी की सतह से 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक ले जाने से हुई। पुष्पक को रनवे से चार किलोमीटर दूर हवा में छोड़ा गया। इसके बाद यह ग्लाइड करता हुआ नीचे आया और रनवे पर उतरा।

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वीडियो शेयर करते हुए इंडियन एयर फोर्स ने एक्स पर पोस्ट किया, “RLV-LEX 2 मिशन में इसरो ने वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की क्षमता का इस्तेमाल किया। चिनूक पुष्पक को 4.5 किलोमीटर ऊंचाई तक एयर लिफ्ट किया। इसके बाद पुष्पक ने अपने ऑटोनॉमस लैंडिंग क्षमता का प्रदर्शन किया। IAF इस उपलब्धि के लिए ISRO को हार्दिक बधाई देता है। IAF भविष्य में भी ऐसे मिशन में सहयोग करेगा।”

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