सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को आईएसबी हैदराबाद (ISB Hyderabad) में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि पहले देश में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी। इसके कारण रिफॉर्म से जुड़े फैसले नहीं लिए जाते थे। 2014 के बाद से देश में लगातार रिफॉर्म हो रहे हैं।
हैदराबाद। आईएसबी हैदराबाद के 20 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा कि पहले देश में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी थी, जिसके कारण रिफॉर्म से जुड़े फैसले नहीं लिए जाते थे। 2014 के बाद से देश में लगातार रिफॉर्म हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 2001 में तात्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे देश को समर्पित किया था। तब से लेकर आज तक लगभग 50 हजार एक्जीक्यूटिव यहां से ट्रेन होकर निकले हैं। आज ISB एशिया के टॉप बिजनेस स्कूलों में से एक है। ISB से निकले प्रोफेशनल्स देश के बिजनेस को गति दे रहे हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियों का मैनेजमेंट संभाल रहे हैं। यहां के छात्रों ने सैकड़ों स्टार्टअप बनाए हैं और अनेकों यूनिकॉर्न्स के निर्माण में उनकी भूमिका रही है। ये ISB के लिए उपलब्धि तो है ही पूरे देश के लिए गर्व का विषय है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि ग्लोबल रिटेल इंडेक्स में भी भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है। दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत में है। दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार भारत में है। आज भारत G20 देशों के समूह में सबसे तेजी से विकास कर रही अर्थव्यवस्था है। स्मार्टफोन डाटा कंज्यूमर के मामले में भारत पहले नंबर पर है। इंटरनेट यूजर की संख्या में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है। भारत आज ग्रोथ के एक बड़े केंद्र के रूप में उभर रहा है। पिछले साल भारत में अब तक का सबसे ज्यादा रिकॉर्ड FDI आया। आज दुनिया यह महसूस कर रही है कि भारत का मतलब कारोबार है।
पहले देश में थी राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी
पीएम ने कहा कि हम अक्सर भारतीय समाधान को वैश्विक स्तर पर अपनाए जाते देखते हैं। इसलिए मैं आज इस महत्वपूर्ण दिन पर आपसे कहूंगा कि आप अपने व्यक्तिगत लक्ष्यों को देश के लक्ष्यों के साथ जोड़िए। हमारे देश में रिफॉर्म की जरूरत तो हमेशा से महसूस की जाती रही थी, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की हमेशा कमी रहती थी। पिछले तीन दशकों में लगातार बनी रही राजनीतिक अस्थिरता के कारण देश ने लंबे समय तक राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी देखी। इस वजह से देश रिफॉर्म से जुड़े बड़े फैसले लेने से दूर ही रहा। 2014 के बाद से देश हमारी राजनीतिक इच्छाशक्ति को देख रहा है। लगातार रिफॉर्म भी हो रहे हैं।
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भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बिजनेस प्रोफेशनल्स की बड़ी भूमिका
कोरोना के टीका के लिए तो हमारे यहां चिंता जताई जा रही थी कि विदेशी वैक्सीन मिल पाएगी भी या नहीं, लेकिन हमने अपनी वैक्सीन तैयार कीं। इतनी वैक्सीन बनाईं कि भारत में भी 190 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। भारत ने दुनिया के 100 से अधिक देशों को भी वैक्सीन्स भेजी हैं। भारत को भविष्य के लिए तैयार करने के लिए हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि भारत आत्मनिर्भर बने। इसमें आप सभी बिजनेस प्रोफेशनल्स की बड़ी भूमिका है। ये आपके लिए एक तरह से देश की सेवा का उत्तम उदाहरण होगा।
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