सार

इसरो ने अंतरिक्ष क्षेत्र में स्वदेशी क्षमताओं वाले स्पेस कार्यक्रमों का निर्मण किए हैं। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने हैदराबाद में कलाम इंस्टीट्यूट ऑफ यूथ एक्सीलेंस का दौरा किया। 

नेशनल डेस्क। इसरो रोजाना नई ऊंचाइयों को छू रहा है। टीम लगातार रिसर्च कर नए आयाम तय कर रही है। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने हैदराबाद में कलाम इंस्टीट्यूट ऑफ यूथ एक्सीलेंस का दौरा किया। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष कार्यक्रमों ने स्पेस में "स्वदेशी क्षमता" का निर्माण किया है। भविष्य में इसके साथ और क्या कार्य किए जाने हैं इसे लेकर हमारे अपने कुछ प्लान हैं। भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में आज एक बड़ा नाम हो गया है। अभी और कई सारे रिसर्च चल रहे हैं।

स्वेदेशी क्षमता वाले कार्यक्रों को लेकर हैं अपने प्लान
इसरो चीफ ने कहा कि स्पेस प्रोग्राम में हमारे रॉकेटों, उपग्रहों और हमारे एप्लीकेशन प्रोग्राम क्रिएशंस ले लेकर आम नागरिक और स्ट्रैटेजिक एरिया में स्वदेशी क्षमता का निर्माण किया है। आज भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी ताकत के रूप में जाना जाता है। भविष्य में इसका किस प्रकार से प्रयोग करना है इसके लिए हमारे पास कई सारे प्लान हैं। इसे हम अपने तरीके से प्रयोग करेंगे। आज की तारीख में यही हमारी शक्ति है। अंतरिक्ष क्षेत्र के खुलने से निजी कंपनियां और स्टार्ट-अप भी आ रहे हैं। स्पेस एरिया में इकोनॉमिक एक्टिविटी के लिहाज से इस क्षेत्र का विस्तार होने जा रहा। 

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साइंटिस्ट एपीजे अब्दुल कलाम का जिक्र किया
एस सोमनाथ ने कहा कि कलाम का इंस्टीट्यूट ऑफ यूथ एक्सीलेंस युवाओं को प्रेरित करने के लिए काफी मेहनत कर रहा है। खासकर साइंटिस्ट कलाम ने पहले जो किया वह भारत के विकास के इर्द-गिर्द एक प्रेरणादायक कहानी बना रहा। आज  छात्रों के साथ बातचीत करने का अवसर मिला और मेरा मानना ​​है शायद इससे उन्हें रास्ता समझने में आसानी होगी। वे अंतरिक्ष क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। इसरो उनकी मदद के लिए हरसंभव मदद करेगा।