सार

आर्टिकल 370 के निष्प्रभावी होने के बाद से जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण तरीके से तनावग्रस्त स्थिति है। हालांकि, केंद्र सरकार ने ऐतिहातन तौर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल भी तैनात किए। यहां धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर लौटना शुरू हो चुकी है। 

श्रीनगर. आर्टिकल 370 के निष्प्रभावी होने के बाद से जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण तरीके से तनावग्रस्त स्थिति है। हालांकि, केंद्र सरकार ने ऐतिहातन तौर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल भी तैनात किए। यहां धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर लौटना शुरू हो चुकी है। कठुआ, ऊधमपुर, सांबा समेत कई जगहों पर शुक्रवार को स्कूल खुल गए। वहीं, श्रीनगर में लोगों ने आज जुमा की नमाज भी पढ़ी। उधर, प्रशासन ने जम्मू निकाय की सीमा से धारा 144 हटा ली है। स्कूल-कॉलेजों को 10 अगस्त से खोलने का आदेश दिया है।

हालात में सुधार देखते हुए प्रशासन ने कठुआ और सांबा में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेजों को खोलने का फैसला किया। यहां अन्य दफ्तरों में भी कामकाज पहले की तरह ही शुरू हो गया। कई इलाकों में दुकानें भी खुलना शुरू हो गई हैं।

डोभाल ने श्रीनगर में स्थानीय लोगों के साथ बिताए दो घंटे
धारा 370 पर फैसले के बाद से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने श्रीनगर में दो घंटे से ज्यादा वक्त बिताया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर उन्हें समझाया इसके अलावा उन्होंने यहां तैनात सुरक्षाबलों के जवानों और पुलिसकर्मियों से मुलाकात की थी। डोभाल ने सीआरपीएफ जवानों के साथ खाना भी खाया।


तुरंत ड्यूटी पर लौटें कर्मचारी
राज्य प्रशासन ने सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लौटने का निर्देश दिया है। जम्मू-कश्मीर चीफ सेक्रेटरी की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक, सभी सरकारी कर्मचारी, जो डिविजनल लेवल और जिला स्तर पर कार्यरत हैं, तुरंत ड्यूटी पर लौंटे। 
 
मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिया
केंद्र की मोदी सरकार ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया था। साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित राज्यों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था। इस फैसले को लेकर स्थिति न बिगड़े इसलिए ऐतिहातन तौर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल भी तैनात किए गए हैं। इससे पहले 2 जुलाई को सरकार ने अमरनाथ यात्रा पर भी रोक लगा दी थी।