सार
13 दिसंबर की शाम श्रीनगर में पुलिस बस पर आतंकियों के हमले(Terrorists attack) के बाद सुरक्षाबलों ने घाटी में सर्चिंग तेज कर दी है। इस बीच पुंछ में सेना ने लश्कर के एक आतंकवादी को एनकाउंटर में मार गिराया। यहां कुछ और आतंकवादियों के छुपे होने की आशंका है।
श्रीनगर.श्रीनगर के जेवन में पंथा चौक-खोनमोह रोड पर भारतीय रिजर्व पुलिस (IRP) की 9वीं बटालियन पर घात लगाकर हमला करके 3 पुलिसकर्मियों की हत्या की घटना के बाद सुरक्षाबलों आतंकवादियों की सर्चिंग तेज कर दी है। इस बीच पुंछ में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के एक आतंकवादी को मार गिराया। सुरक्षाबलों को खबर मिली थी कि सुरनाकोट सेक्टर के पुंछ में कुछ आतंकवादी छुपे हुए हैं। इसके बाद उनकी घेराबंदी की गई। बता दें कि श्रीनगर में हुए आतंकी हमले में घायल पुलिसकर्मी रमीज अहमद की 14 दिसंबर की सुबह मौत हो गई। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के ग्रुप कश्मीर टाइगर्स ने ली है। (फोटो क्रेडिट-Saqib Majeed)
पुलिस बल पर हमले के बाद सर्चिंग तेज
पुंछ में आतंकवादियों के छुपे होने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया। यह देखकर आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। 16 राष्ट्रीय राइफल्स और एसओजी की टीम मिलकर आंतकियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया।
श्रीनगर में हमले के बाद एक्शन में सरकार
बाइक सवार आतंकवादियों ने तीन तरफ से बस पर हमला किया था। चूंकि, जम्मू कश्मीर पुलिस की बसें बुलेट प्रूफ नहीं होती हैं, इसलिए जवानों को ज्यादा नुकसान हुआ है। इस हमले के बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। चूंकि जिस जगह हमला हुआ वह राजमार्ग से सटा इलाका है, इसलिए माना जा रहा है कि आतंकी राजमार्ग से भाग निकले होंगे। हालांकि, राजमार्ग पर भी बाइक सवारों की चेकिंग शुरू कर दी गई है। आतंकियों ने फरवरी 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ की बस को निशाना बनाया था। इसके बाद पुलिस बल की गाड़ी को इस तरह से निशाना बनाने की पहली घटना है। क्लिक करके पढ़ें
कश्मीर आईजी बोले-जल्द होगा न्याय
श्रीनगर हमले में 3 पुलिसकर्मी मारे गए और 12 अन्य घायल हो गए। पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर रेंज, विजय कुमार ने बताया कि विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि हमला कश्मीर टाइगर्स द्वारा किया गया था, जो जैश-ए-मोहम्मद की एक शाखा है। जवाबी गोलीबारी में एक आतंकवादी घायल हो गया। हमले में एएसआई गुलाम हसन और एसजीसीटी सफीक अली की 13 दिसंबर को ही मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य कर्मी का 14 दिसंबर को निधन हो गया। आईजी ने कहा कि इस घटना का जल्द न्याय होगा।
उपराज्यपाल ने कहा कि अपराधियों को दंड मिलेगा
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादी हमले में घायल हुए पुलिसकर्मियों को हर संभव मदद मुहैया कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है। एलजी ने कहा कि श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे बहादुर शहीद पुलिसकर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि। हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि अपराधियों को दंडित किया जाए। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।
इस मामले में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने कहा-यह दुर्भाग्य की बात है। मैं शहीद हुए जवानों के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं। मैं सरकार से गुजारिश करता हूं कि अगर इन चीजों को खत्म करना है तो दिल जीतने की बात करें। अगर वे दिल जीत लेते हैं, तो ये चीजें नहीं होंगी।
कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा-सरकार ने बड़े बड़े दावे तो किए थे कि 370 रद्द होने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति की बहाली होगी, आतंकवाद खत्म होगा, विकास होगा। लेकिन ये साबित होता जा रहा है कि सरकार का ये रवैया बेकार है, सरकार वादा निभाने में विफल रही।
NCP नेता नवाब मलिक ने कहा-कश्मीर में लगातार परिस्थिति बिगड़ती जा रही है कल जिस तरह से आतंकी हमला हुआ और उसमें कई निर्दोष लोग घायल हुए हैं। 7.5 साल से भाजपा सत्ता में हैं आपको जवाब देना होगा। आपने पहले कहा कि 370 के कारण कश्मीर की ये स्थिति है। आपसे कश्मीर क्यों नहीं संभल रहा है।
यह भी पढ़ें
Tablighi Jamaat: सऊदी अरब में तब्लीगी जमात की एंट्री पर BAN; मस्जिदों से ऐलान कि अलर्ट रहें लोग
OIC summit: पाकिस्तान ने 19 दिसंबर को होने जा रही समिट के लिए अफगानिस्तान को दिया निमंत्रण
Suicide Bombing: 18 साल के लड़के ने स्कूल में जाकर खुद को बम से उड़ाया; क्योंकि उसे कुछ ननों से नफरत थी