सार

हाथ जोड़कर कोर्ट में उन्होंने कहा कि अपनी वर्तमान स्थिति में जीने से बेहतर है कि वह जेल में ही मर जाएं। जेजे अस्पताल में इलाज के लिए भेजने की बजाय जेल में ही मरने की इजाजत दी जाए।

Naresh Goyal with folded hands appeals: केनरा बैंक के 538 करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी केस के आरोपी जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल ने स्पेशल कोर्ट में भावुक अपील की है। कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित नरेश गोयल ने कहा कि जीवन की हर उम्मीद वह खो चुके हैं। हाथ जोड़कर कोर्ट में उन्होंने कहा कि अपनी वर्तमान स्थिति में जीने से बेहतर है कि वह जेल में ही मर जाएं। जेजे अस्पताल में इलाज के लिए भेजने की बजाय जेल में ही मरने की इजाजत दी जाए।

कोर्ट में नरेश गोयल ने क्या कहा?

कोर्ट में वयोवृद्ध बिजनेसमैन नरेश गोयल ने आंखों में आंसू लिए कहा कि वह अपनी पत्नी अनीता को बहुत मिस कर रहे हैं। वह कैंसर की एडवांस स्टेज में है। गोयल जब कोर्ट में अपनी बात कह रहे थे तो पूरा शरीर कांप रहा था। उन्होंने अपनी स्थिति बताते हुए कहा कि उनका स्वास्थ्य बहुत खराब है और अनिश्चित है। पत्नी बिस्तर पर है और इकलौती बेटी भी बीमार है। जेल में स्टाफ उनकी मदद कर रहे हैं लेकिन उनकी भी एक सीमा है। उनको खड़े होने के लिए भी सहायता की जरूरत है। गोयल ने अपने घुटनों की ओर इशारा करते हुए कहा कि उनमें सूजन और दर्द है और वह अपने पैरों को मोड़ने में असमर्थ हैं।

असहनीय दर्द से गुजर रहा

जेट एयरवेज़ के संस्थापक नरेश गोयल ने बताया कि उन्हें पेशाब करते समय गंभीर दर्द होता है। कई बार ब्लीडिंग भी होने लगती। असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है और तमाम बार सहायता भी नहीं मिल पाती। जज के सामने उन्होंने कहा कि वह बहुत कमजोर हो गए हैं। जेजे अस्पताल में रेफर करने का कोई मतलब नहीं है। जेल से जेजे अस्पताल तक की यात्रा बेहद परेशानी भरी होती। उन्होंने बताया कि मरीजों की हमेशा लंबी कतार लगी रहती है और वह समय पर डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पाते हैं। जब भी डॉक्टर उनकी जांच करते हैं तो आगे का फॉलो-अप संभव नहीं हो पाता है। इसकी वजह से उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी अनीता कैंसर की एडवांस स्टेज में हैं और उनका इलाज चल रहा है। उसकी भी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। इकलौती बेटी को स्वास्थ्य समस्याएं हैं।

जेल में ही मरने दिया जाए...

नरेश गोयल ने कोर्ट से कहा कि उन्हें जे जे अस्पताल न भेजा जाए और इसके बजाय उन्हें जेल में ही मरने की अनुमति दी जाए। उन्होंने जीवन की हर उम्मीद खो दी है और ऐसी स्थिति में जीवित रहने से बेहतर है कि उन्हें मर जाना चाहिए।

कोर्ट ने दिया आश्वासन

गोयल की बात सुनने के बाद जज ने कहा कि उनको उचित इलाज दी जाएगी। असहाय नहीं छोड़ा जाएगा। उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की हर संभव देखभाल की जाएगी।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में 1 सितंबर 2023 को गोयल को गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल यहां आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। गोयल ने विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे के समक्ष जमानत याचिका दायर की थी। उन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया गया और कार्यवाही के दौरान गोयल ने कुछ मिनटों की व्यक्तिगत सुनवाई का अनुरोध किया जिसे न्यायाधीश ने अनुमति दे दी। पिछले महीने दायर अपनी जमानत याचिका में गोयल ने हार्ट डिसीज, प्रोस्टेट और आर्थोपेडिक संबंधित कई बीमारियों का हवाला दिया। ईडी ने उनकी जमानत याचिका पर जवाब दाखिल कर दिया है और मामले की आगे की सुनवाई 16 जनवरी को होगी।

क्या है नरेश गोयल के गिरफ्तारी का मामला?

मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को अरेस्ट किया है। दरअसल, सीबीआइर्न ने नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता और बंद हो चुकी एयरलाइन के कई पूर्व अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इस केस के अनुसार, गोयल की कंपनी ने केनरा बैंक में 538 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी की है। एफआईआर के अनुसार, केनरा बैंक ने जेट एयरवेज (इंडिया) लिमिटेड को 848.86 करोड़ रुपये के क्रेडिट और लोन मंजूर किए थे। इसमें से 538.62 करोड़ रुपये बकाया थे।

यह भी पढ़ें:

लोकसभा चुनाव 2024: 13 जनवरी को बिहार के बेतिया में रैली कर पीएम मोदी करेंगे चुनावी अभियान की शुरुआत