सार

राज्य में मंकीपॉक्स के प्रसार को रोकने के लिए कड़े आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए रोजाना लगभग 2000 यात्रियों का परीक्षण किया जा रहा है।

Monkeypox mandatory testing: देश में मंकीपॉक्स का पहला केस मिलने के बाद बेंगलुरू एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट कर दिया गया है। केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सभी पैसेंजर्स का टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य में मंकीपॉक्स फैलने से रोकने के लिए आईसोलेशन प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करते हुए रोज-ब-रोज करीब 2000 के आसपास पैसेंजर्स का टेस्ट कराया जा रहा है। बीते दिनों दिल्ली में देश का पहला मंकीपॉक्स केस मिला था।

केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टेस्ट के लिए चार डेडीकेटेड कियास्क लगाया गया है। प्रत्येक इंटरनेशनल पैसेंजर को इससे होकर गुजरना है। यहां मंकीपॉक्स की टेस्ट की जा रही है। किसी भी इंटरनेशनल पैसेंजर को इस टेस्ट से छूट नहीं है। इंटरनेशनल पैसेंजर्स को आईसोलेशन प्रोटोकॉल का भी पालन करना अनिवार्य कर दिया गया है।

बेंगलुरू एयरपोर्ट अथॉरिटी ने क्या कहा?

बेंगलुरू इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के प्रवक्ता ने कहा कि केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट हेल्थ और सेफ्टी प्रोटोकॉल्स का पालन कड़ाई से कर रहा है। सभी इंटरनेशनल पैसेंजर्स जो भी एयरपोर्ट पर पहुंच रहे हैं, उनका थॉरोली जांच किया जा रहा है। एक-एक पैसेंजर्स को स्क्रीन किया जा रहा। इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए आइसोलेशन जोन बनाया गया है। यह सारे प्रोटोकॉल्स, इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए हैं, विशेषकर अफ्रीकी देशों की यात्रा करने वाले पैसेंजर्स की निगरानी की जा रही है ताकि मंकीपॉक्स के प्रसार को कर्नाटक में पूर्णतया रोका जा सके।

एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि हमारी मेडिकल सर्विस, हेल्थ अथॉरिटीज के गाइडेंस के साथ पूरी तरह से सिचुएशन को हैंडल करने में सक्षम हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, फीवर, स्किन रैशेस, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों में तनाव, बैकपेन आदि मंकीपॉक्स के प्रमुख लक्षण हैं। अथॉरिटी ने पैसेंजर्स से अपील की है कि एयरपोर्ट आने वाले सभी पैसेंजर्स को एयरपोर्ट पर जांच में सहयोग करना चाहिए। यह एक अनिवार्य जांच है ताकि राज्य में महामारी का प्रकोप न फैल सके। 

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