सार
लोकसभा में महिला रिजर्वेशन बिल के दौरान राहुल गांधी ने बिल पर तो सहमति जताई लेकिन साथ ही साथ ओबीसी कोटा को लेकर भी सरकार को घेरने की कोशिश की।
Rahul Gandhi OBC Quota. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में महिला रिजर्वेशन बिल पर बोलते हुए बिल का तो समर्थन किया लेकिन ओबीसी कोटा को लेकर भी सरकार पर आरोप लगाए। इसका जवाब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने भाषण में दिया। लेकिन अब राहुल गांधी सोशल मीडिया पर भी ट्रोल हो रहे हैं। यूजर कृष्ण कुमार मुरूगन ने एक्स पर लिखा कि राहुल गांधी का दिमाग मूंगफली जितना छोटा है लेकिन उनका आईक्यू लेवल जूनियर स्टालिन से भी कम है।
कृष्ण कुमार मुरूगन सोशल मीडिया पर क्या लिखा
सोशल मीडिया एक्स यूजर कृष्ण कुमार मुरूगन ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि अमूनन केंद्र सरकार के सचिव भी 50 वर्ष की आयु के होते हैं। राहुल गांधी को मालूम होना चाहिए कि ओबीसी कोटा 1992 में लागू किया गया। इसका साफ मतलब है कि इससे पहले एससी और एसटी को छोड़कर सभी जनरल कोटा में ही गिने जाते थे। उन्हें यह भी नहीं मालूम कि 2004 से लेकर 2014 के बीच कितने लोगों को ओबीसी कोटा में वर्गीकृत किया गया। उत्तर शून्य है। ऐसा इसलिए है क्योंकि 1992 से पहले कोई ऐसी नीति ही नहीं आई थी कि ओबीसी कोटा से आरक्षण वाला आईएएस अधिकारी सचिव पद तक पहुंच सके।
अब जानें कि राहुल गांधी ने लोकसभा में क्या कहा था
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महिला आरक्षण बिल पर अपनी बात रखी है। उन्होंने पहले तो बिल का समर्थन किया और खूब सारी अच्छी बातें भी कहीं लेकिन अंत में मोदी सरकार पर हमला करना नहीं भूले। राहुल गांधी को अचानक ओबीसी और दलितों की भागीदारी का मुद्दा सूझा और उन्होंने कहा कि केंद्र में तो 90 में से सिर्फ 3 सचिव ही ओबीसी बिरादरी की हैं। राहुल गांधी ने अब जाकर ओबीसी के लिए न्याय की डिमांड तक कर दी है। हालांकि शायद वे भूल गए कि देश में ज्यादातर समय कांग्रेस की ही सरकार रही है और उन्हें यह सवाल पहले अपनी पार्टी से ही पूछना चाहिए।
यह भी पढ़ें
क्या सरकारें चुनती हैं कमजोर महिलाएं? खड़गे के बयान पर क्यों बिफर पड़ीं निर्मला सीतारमण