सार

किसानों को कुचलने के बाद भड़की हिंसा में ये लोग कैसे पहुंच गए। सोशल मीडिया पर लोग दावा कर रहे हैं कि यह एक गहरी साजिश है। 

नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे के काफिले से किसानों को कुचलने की घटना के बाद हुई हिंसा के तमाम वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस घटना के बाद गाड़ियों पर हमला करने वाले ऐसे लोग दिखाई दे रहे हैं जो किसान आंदोलन से ताल्लुक नहीं रखते। सोशल मीडिया से लेकर अन्य प्लेटफार्म्स पर इस घटना को साजिश करार दिया जा रहा है। आखिर आंदोलन में भिंडरवाला का टीशर्ट पहने कौन लोग हैं जो हिंसा को भड़का रहे हैं। दिल्ली हिंसा में उकसाने वाले तत्वों जैसे लोग कहीं किसान आंदोलन के खिलाफ तो साजिश नहीं कर रहे। 

वायरल फोटो साजिश की ओर कर रहा इशारा

दरअसल, लखीमपुर खीरी हिंसा की कई फोटोज व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इन फोटोज और वीडियोज में कुछ युवक जरनैल सिंह भिंडरावाला की फोटो वाली टीशर्ट पहने नजर आ रहे हैं और वह लोग गाड़ियों पर पथराव कर रहे हैं। उनके हाथों में लाठी-डंडे भी हैं। 

लेकिन असलियत यह है कि भिंडरावाला का किसान आंदोलन या किसानों से कोई संबंध ही नहीं है। ऐसे में किसानों को कुचलने के बाद भड़की हिंसा में ये लोग कैसे पहुंच गए। सोशल मीडिया पर लोग दावा कर रहे हैं कि यह एक गहरी साजिश है। 

क्यों लोग बता रहे साजिश?

भिंडरावाला यानी जरनैल सिंह भिंडरावाला। उसका असली नाम जरनैल सिंह बराड़ है। वह पंजाब में सिखों के धार्मिक सूमह दमदमी टकसाल का प्रधान लीडर है। वह आनंदपुर साहिब प्रस्ताव का समर्थक रहा है। अगस्त 1982 में अकाली दल और भिंडरावाला ने धर्मयुद्ध मोर्चा शुरू किया था। भिंडरावाला को सेना ने मार गिराया था।\

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