सार

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने भारत को बुरी तरह प्रभावित किया। अस्पतालों की व्यवस्थाएं चरमराने से लोगों की जिंदगियां दांव पर लग गईं। ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और अन्य मेडिकल सुविधाएं पर्याप्त नहीं होने के कारण लोगों को ठीक से इलाज नहीं मिल सका। लेकिन केंद्र सरकार और विभिन्न राज्यों के समन्वय ने स्थितियां काबू में करना शुरू कर दी हैं। यही नहीं, दुनियाभर से भारत को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और अन्य मेडिकल चीजों की मदद मिल रही है। बता दें कि भारत में अब तक 1,76,25,735 केस आ चुके हैं। हालांकि इनमें से 1,45,45,342 ठीक भी हो चुके हैं।

नई दिल्ली. दुनिया के दूसरे सबसे कोरोना संक्रमित देश बने भारत में मेडिकल सुविधाओं की कमी के चलते खासी दिक्कतें उठानी पड़ीं। लेकिन जितनी तेजी से व्यवस्थाएं सुधारी गईं, उससे लोगों को राहत मिली। ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और अन्य मेडिकल सुविधाएं पर्याप्त नहीं होने के कारण लोगों को ठीक से इलाज नहीं मिल सका। लेकिन केंद्र सरकार और विभिन्न राज्यों के समन्वय ने स्थितियां काबू में करना शुरू कर दी हैं। यही नहीं, दुनियाभर से भारत को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर और अन्य मेडिकल चीजों की मदद मिल रही है। बता दें कि भारत में अब तक 1,76,25,735 केस आ चुके हैं। हालांकि इनमें से 1,45,45,342 ठीक भी हो चुके हैं। इस बीच ब्रिटेन से 100 वेटिंलेटर और 95 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की एक खेप भारत पहुंच चुकी है।

ऑक्सीजन और अन्य सुविधाओं का UPFATE

  • ब्रिटेन से 100 वेंटिलेटर और 95 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की पहली खेप भारत पहुंची: कोरोना संक्रमण के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की उम्मीद से ब्रिटेन ने भारत को एक मित्र देश के नाते मदद भेजी है। ब्रिटेन से मंगलवार को  495 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 120 नॉन-इंवेजिव वेंटिलेटर और 20 मैनुअल वेंटिलेटर भारत पहुंचे। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन भारत के साथ एक ‘मित्र’ के रूप में साथ खड़ा है।
  • दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा-फ्रांस से हम ऑक्सीजन के 21 प्लांट और बैंकॉक 18 प्लांट आयात कर रहे हैं, ये रेडी टू यूज प्लांट हैं। इनको अलग-अलग अस्पतालों में लगा देंगे, इससे हमें उन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी दूर करने में मदद मिलेगी। यानी दिल्ली में एक महीने में 44 ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे। इनमें 8 संयंत्र 30 अप्रैल तक लगा जाएंगे। 36 संयंत्र दिल्ली सरकार लगा रही है।
  • ​​​​​​तमिलनाडु: सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु के वेदांता स्टरलाइट प्लांट में ऑक्सीजन उत्पादन को मंजूरी दे दी है
  • नाइट्रोजन टैंकरों को ऑक्सीजन में बदलने को कहा-गृह मंत्रालय ने उद्योगों के लिए लिक्विड ऑक्सीजन के उपयोग पर अपने आदेश को संशोधित किया है। केंद्र सरकार ने स्टील कंपनियों से नाइट्रोजन टैंकरों को ऑक्सीजन के लिए कंवर्ट करने को कहा है।
  • कैलिफोर्निया ने बढ़ाया मदद का हाथ: अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया ने कोरोना संकट में भारत की मदद का ऐलान किया है। गवर्नर गेविन न्यूजोम (Gavin Newsom) ने कहा कि वो भारत को 275 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स, 440 ऑक्सीजन सिलेंडर, 240 ऑक्सीजन रेग्युलेटर्स, 210 पल्स ऑक्सीमीटर्स और 120 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन प्रोडक्ट करने वाला एक डिप्लायबल ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर सिस्टम(DOCS) देंगे।
  • दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल को मिली 2 टन ऑक्सीजन: दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल को मंगलवार सुबह दो टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन मिली। अस्पताल ने कहा कि उसके पास 6000 घन मीटर ऑक्सीजन है, जो 10 घंटों तक चल सकती है। इसस पहले सोमवार को 10 टन ऑक्सीजन मिली थी।
  • मध्य प्रदेशः धार में 3 साल से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को चार दिन में शुरू कर दिया गया। एमसीएल ग्लोबल पीथमपुर के प्लांट हेड निर्मल कुमार तोमर ने बताया, "150 से ज़्यादा लोगों ने 24 घंटे काम करके 90 दिनों का काम 4 दिन में पूरा किया।" धार कलेक्टर आलोक कुमार ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के अनुरोध पर मित्तल ग्रुप ने पीथमपुर में मंगलवार को ऑक्सीजन प्लांट का ट्रायल किया और उम्मीद है कि कल से उत्पादन शुरू हो जाएगा। उत्पादन शुरू होने से लगभग 3,000 सिलेंडर प्रतिदिन मिलने लगेंगे। मध्य प्रदेश के कई ज़िलों में इससे आपूर्ति होगी।
  • फ्रांस देगा 28 वेंटिलेटर: फ्रांस ने कहा है कि वो भारत को 8 उच्च क्षमता वाले ऑक्सीजन जैनरेटर, पांच दिनों के लिए 2000 रोगियों के लिए तरल ऑक्सीजन के अलावा 28 वेंटिलेटर और आईसीयू के लिए उपकरण देगा। फ्रांसीसी राजदूत इमैनुअल लेनिन ने ट्वीट करके बताया कि ऑक्सीजन जनरेटर साल भर 250 बेडों को ऑक्सीजन देंगे।
  • गोवा में लगेंगे 2 प्लांट: मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा-गोवा में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। पीएम केयर्स फंड के अंतगर्त 2 ऑक्सीजन प्लांट लग रहे हैं। 15 दिनों में एक ऑक्सीजन प्लांट तैयार होगा।
  • उत्तर प्रदेश में बढ़ाए जा रहे प्लांट: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया-प्रदेश के अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है। कुछ लोग अफवाह फैलाकर डराने का प्रयास कर रहे हैं। पिछले 4 साल में हमने 32 ऑक्सीजन प्लांट लगाए हैं। ये संख्या बढ़ाई जा रही है।
  • 3131.84 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाई: रविवार को जेएसपीएल के रायगढ़ संयंत्र से आक्सीजन टैंकर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल पहुंचा। बता दें कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के स्टील प्लांट से देशभर को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। इन प्लांटों से 25 अप्रैल तक कई राज्यों को 3131.84 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन पहुंचाई गई।

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