Amit Shah vs Rahul Gandhi Lok Sabha Debate: लोकसभा बुधवार को अमित शाह के भाषण के बाद स्थगित कर दी गई। गृहमंत्री ने विपक्ष खासकर कांग्रेस पर SIR प्रक्रिया, वोटर लिस्ट और वोट चोरी के आरोप फैलाने को लेकर घेरा। सत्र गुरुवार सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगा।
Lok Sabha Adjourned: लोकसभा का सत्र बुधवार को केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस के बीच स्थगित कर दिया गया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भाषण खत्म होने के बाद विपक्षी दलों ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया। शाह ने संसद में SIR (Special Intensive Revision), वोटर रोल और घुसपैठ जैसे मुद्दों पर विपक्ष की आलोचना की। इसके बाद लोकसभा को 6:30 बजे शाम को स्थगित कर दिया गया। सत्र गुरुवार को सुबह 11 बजे फिर से शुरू होगा।
SIR और वोटर लिस्ट गड़बड़ी पर जोरदार बहस
इससे पहले लोकसभा में बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। बहस का मुख्य विषय राहुल गांधी का 'वोट चोरी' का दावा था। अमित शाह ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी की हार का कारण EVM या वोटर लिस्ट नहीं, बल्कि विपक्ष की अपनी कमजोरियों में है। वहीं, राहुल गांधी ने हरियाणा में 19 लाख फर्जी वोट होने का मुद्दा उठाया और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि 'वोट चोरी राष्ट्रविरोधी है।'
लोकसभा में राहुल गांधी का पलटवार
सदन से विपक्ष के वॉकआउट के बाद राहुल गांधी ने कहा, 'आपने गृहमंत्री का जवाब देखा, यह पूरी तरह से रक्षात्मक था। हमने जो सवाल उठाए, उन पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। मैंने पारदर्शी वोटर लिस्ट और EVM आर्किटेक्चर साझा करने की मांग की, लेकिन उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा। चुनाव आयोग को पूरी तरह से इम्युनिटी दी गई है।' राहुल गांधी ने लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा में यह भी कहा कि बिहार और हरियाणा में वोटर लिस्ट में कई गड़बड़ियां हैं, जिनमें लाखों डुप्लिकेट वोटर्स शामिल हैं। उन्होंने हरियाणा में एक ब्राजीलियन महिला के नाम के 22 बार दर्ज होने का उदाहरण भी पेश किया।
अमित शाह का जवाब
अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि SIR प्रक्रिया चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है और सरकार पर इसका कोई नियंत्रण नहीं है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया कई बार कांग्रेस सरकारों के दौरान भी हुई है, जिसमें नेहरू और इंदिरा गांधी के शासनकाल में SIR शामिल था। शाह ने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार बहस से कभी पीछे नहीं हटती और लोकसभा में हर मुद्दे पर पूरी पारदर्शिता से जवाब देती है।


