सार
मालदीव में अपराध बढ़ रहा है। सांसदों पर हमले के बाद मालदीव के प्रॉसीक्यूटर जनलर बदमाशों दिनदहाड़े चाकू से वार कर उन्हें घायल कर दिया।
मालदीव। मालदीव में दिनदहाड़े यहां के प्रॉसिक्यूटर जनरल पर बदमाशों ने चाकू से हमला कर दिया। घटना में हुसैन शमीम घायल हो गए और उन्हें तुरंत उपचार के लिए ले जाया गया। सड़क पर सांसदों पर हमले के बाद यह बड़ी वारदात सामने आई है। मालदीव में बढ़ती अपराध की घटनाओं ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। घटना को अंजाम देने वाले कौन थे और इसके पीछे क्या कारण हो सकता है इसके बारे में फिलहाल स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हमले पर राष्ट्रपति ने जताई चिंता
मालदीव में प्रॉसिक्यूटर जनरल पर हुआ हमला इस संघ शासित राज्य की कानून व्यवस्था और सुरक्षा के लिहाज से बड़ी वारदात है। राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू और उनके चीन समर्थक इस्लामवादी सरकार के संरक्षण में मालदीव में हुई इस घटना पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा है कि मालदीव जैसे द्वीप पर ऐसी वारदात का होना वहां के स्वस्थ माहौल को बिगाड़कर पूरी अर्थव्यवस्था को भी चोट पहुंचाने की कोशिश है।
मालदीव में कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने की कोशिश
दिनदहाड़े हुई इस आपराधिक घटना को लेकर कई विशेषज्ञों चिंता जताते हुए कहा है कि मालदीव में मजबूत इस्लामवादी और पाकिस्तान से संचालित होने वाले कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों के लिए बेहतर माहौल देने तैयार होता दिख रहा है। मालदीव में इस प्रकार की कट्टरपंथी विचारधारा डेवलप होना उसके भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
शोधछात्रा के रिसर्च में कुछ खास बातें आईं सामने
नई दिल्ली में इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट की शोधकर्ता संचिता भट्टाचार्य ने अपने रिसर्च में यह दावा किया है कि जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के लिए मालदीव की ऐतिहासिक भेद्यता पर चर्चा की है। मालदीव की राजनीति में इस्लामवादी झुकाव बढ़ने और भारत विरोधी भावनाएं देखे जाने से ऐसे कट्टरपंथी संगठन यहां अपनी गतिविधियों को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।