Mani Shankar Aiyar on Shashi Tharoor: मणिशंकर अय्यर ने शशि थरूर की विदेश यात्राओं पर सवाल उठाते हुए कहा कि 33 देशों में से किसी ने भी पहलगाम आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी नहीं ठहराया। उन्होंने सरकार की विदेश नीति पर तीखा हमला किया।
Mani Shankar Aiyar slams Shashi Tharoor: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने सांसद शशि थरूर की अमेरिका यात्रा और 33 देशों में किए गए प्रचार को बेकार करार देते हुए तीखा हमला बोला है। अय्यर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा थरूर को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए भेजा गया लेकिन किसी भी देश ने पाकिस्तान को सीधे तौर पर पहलगाम आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया।
हम ही अकेले कह रहे हैं पाकिस्तान दोषी है
एक इंटरव्यू में पूर्व केंद्रीय मंत्री अय्यर ने कहा कि हम ही एकमात्र देश हैं जो कह रहे हैं कि पाकिस्तान ने हमला करवाया लेकिन बाकी दुनिया मानने को तैयार नहीं। हमने अब तक कोई ऐसा सबूत नहीं दिया जो यह साबित कर सके कि पाकिस्तान की कौन सी एजेंसी इसके पीछे है। हमारी विदेश नीति और डिप्लोमेसी पूरी तरह से फेल है। हम अलग-थलग पड़ चुके हैं।
यह भी पढ़ें: पूर्व पीएम के पोते व पूर्व सांसद प्रज्वल रेवन्ना को आजीवन कारावास, नौकरानी से रेप के मामले में सजा
थरूर की UN पृष्ठभूमि पर तंज
पूर्व राजनयिक और संयुक्त राष्ट्र में लंबे समय तक काम कर चुके शशि थरूर को लेकर अय्यर ने व्यंग्य किया। अय्यर ने कहा कि थरूर और उनके दोस्त चाहे जितना घूम लें लेकिन इज़राइल को छोड़ किसी ने पाकिस्तान को जिम्मेदार नहीं ठहराया।
सरकार पर भी निशाना: ट्रंप के झूठ को चुनौती नहीं दे पा रहे
मणिशंकर अय्यर ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे पर भी सवाल उठाया जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका ने भारत-पाकिस्तान के बीच सीज़फायर करवाया। अय्यर ने कहा कि हमारी सरकार ट्रंप को झूठा तक नहीं कह पा रही है। उसे सच्चाई बोलने की हिम्मत ही नहीं है। मोदी सरकार खुलकर अमेरिका को जवाब तक देने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। आखिर कौन सी मजबूरी है, इसे सरकार को बताना चाहिए।
यह भी पढ़ें: इलेक्शन सिस्टम खत्म, लोकसभा चुनाव में 70-100 सीटों पर धांधली हुई, जल्द साबित करेंगे: राहुल गांधी
ऑपरेशन सिंदूर पर बहस और अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और POK में नौ आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। इस अभियान के दौरान शामिल तीन आतंकियों को सुरक्षाबलों ने इसी हफ्ते मुठभेड़ में मार गिराया। हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर को लेकर हुए समझौता के बारे में सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जानकारी देने के बाद पूरे देश में बहस शुरू हो गया। विपक्ष और आमजन के सवाल पर केंद्र सरकार यह दावा तो कर रही है कि पाकिस्तान के डीजीएमओ की ओर से पहल के बाद सीजफायर इंडिया की ओर से किया गया। इसमें कोई मध्यस्थ शामिल नहीं रहा। लेकिन ट्रंप के बार-बार दावे और केंद्र सरकार का सीधे तौर पर अमेरिका को इस दावे पर जवाब न देना काफी संदेह पैदा कर रहा और विपक्ष को मौका दे रहा।
