सार

मणिपुर (Manipur video) में जिन दो महिलाओं को नग्न घुमाया गया उनमें से एक के पति रिटायर फौजी हैं। उन्होंने कहा कि मैंने देश के लिए कारगिल में लड़ाई लड़ी, लेकिन अपनी पत्नी को बचा नहीं सका।

 

इंफाल। मणिपुर (Manipur Violence) के कांगपोकपी में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने की घटना ने पूरे देश को झकझोड़ दिया है। विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर सरकार से सवाल कर रहे हैं। इस बीच जिन दो महिलाओं का नग्न परेड कराया गया उनमें से एक के पति का बयान सामने आया है।

महिला के पति पूर्व फौजी हैं। सेना में रहते हुए उन्होंने कारगिल की लड़ाई लड़ी थी। वह असम रेजिमेंट में सुबेदार थे। घटना के बारे में उन्होंने कहा, "मैंने कारगिल में देश के लिए लड़ाई लड़ी। भारतीय शांति सेना के सदस्य के रूप में श्रीलंका भी गया था। मैंने देश की रक्षा की, लेकिन रिटायरमेंट के बाद निराश हूं। मैं अपने घर, अपनी पत्नी और गांव के लोगों की रक्षा नहीं कर सका।"

पूर्व फौजी ने कहा- पुलिस मौजूद थी, लेकिन कुछ नहीं किया

पूर्व फौजी ने कहा कि वह बहुत दुखी और हताश हैं। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, "पुलिस मौजूद थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया। मैं चाहता हूं कि घरों को जलाने और महिलाओं पर अत्याचार करने वाले सभी लोगों को ऐसी सजा मिले जो दूसरों के लिए उदाहरण बने।"

जंग के मैदान से ज्यादा खतरनाक है मणिपुर की स्थिति

पूर्व फौजी ने कहा, "मैंने कारगिल में लड़ाई लड़ी। रिटायरमेंट के बाद घर आ गया। मेरा अपना जगह जंग के मैदान से ज्यादा खतरनाक है।" 4 मई की घटना को याद करते हुए उन्होंने कहा, "वे हमारे गांव आए और घरों को जलाने लगे। गांव के सभी लोग भागकर जान बचाने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान मेरी पत्नी मुझसे अलग हो गई। वह और गांव के चार अन्य लोग जंगल में छिप गए। सूअरों और मुर्गे-मुर्गियों का पीछा करते हुए कुछ हमलावर जंगल में गए और उन्हें देख लिया।"

इस बीच हमलावर रिटायर सैनिक और अन्य ग्रामीणों को गांव की कच्ची सड़क पर ले गए थे। रिटायर सैनिक ने कहा, "मैंने उन्हें मेरी पत्नी और बाकी लोगों को दूर तक ले जाते हुए देखा।"

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3 मई से जातीय हिंसा की आग में जल रहा मणिपुर

गौरतलब है कि मणिपुर तीन मई से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है। आरक्षण को लेकर हाईकोर्ट के फैसले के बाद तीन मई को जनजातीय एकजुटता मार्च निकाला गया था। इसी दौरान झड़पें शुरू हो गईं। कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच झड़पें हुईं हैं। हिंसा में 160 से अधिक लोग मारे गए हैं। महिलाओं को नग्न घुमाने की घटना चार मई की है। घटना के एक महीने से भी अधिक समय बाद 21 जून को मामले में FIR दर्ज की गई थी। FIR के अनुसार 21 साल की एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। जब उसके 19 साल के भाई ने बचाने की कोशिश की तो उसे मार दिया गया।

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