सार
देश में मानसून की गतिविधियां तेज हो गई हैं। मौसम विभाग ने 13 राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। मुंबई में 2-3 दिन के अंदर मानसून पहुंच सकता है। उधर, असम के लखीमपुर में बाढ़ की वजह से एक लकड़ी का पुल टूटकर बह गया। इससे आसपास के गांवों के 3 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
नई दिल्ली. देश में मानसून कदम रख चुका है। केरल से मानसून धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि मुंबई में 2-3 दिनों में मानसून आ सकता है। यानी भाारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इस बीच 13 राज्यों-राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार, सिक्किम, असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में बारिश की चेतावनी दी गई है। मौसम में बदलाव के चलते दिल्ली में 8 और 9 जून को वायु की गुणवत्ता के बिगड़ने और मध्यम से खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।
असम में पुल बह गया...
असम के लखीमपुर में बाढ़ में नदी पर बना एक लकड़ी का पुल बह जाने से आसपास के गांवों के करीब 3 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। असम के अलावा अरुणाचल प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो गया है। केरल के अलावा लक्षद्वीप सहित समस्त दक्षिण भारत और उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश हो रही है।
11 जून के बाद बगाल में लो प्रेशर
उत्तरी बंगाल की खाड़ी और आसपास के भागों पर 11 जून तक एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना जताई जा रही है। इसके असर से 11 जून के बाद अगले दो दिनों के दौरान ओडिसा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के अधिकांश हिस्सों तथा बिहार के कुछ भागों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है।
10 जून को मध्यभारत में असर
पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों और इससे सटे मध्य भारत के भागों में 10 जून को सभी स्थानों पर बारिश होने के आसार हैं। ओडिशा के कुछ हिस्सों में 8 से 11 जून के बीच; गंगीय पश्चिम बंगाल में 10 और 11 जून को; झारखंड में 11 जून को; पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 10 और 11 जून को भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। ओडिसा में 11 जून को एक-दो स्थानों पर भीषण वर्षा की भी आशंका है। पश्चिमी तटीय भागों में भी बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। असम और मेघालय में 10 जून के बीच मूसलाधार बारिश हो सकती है; उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 7 से 9 जून के बीच; नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में 7 और 8 जून को भारी वर्षा हो सकती है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी भागों में 8 से 10 जून के बीच धूलभरी तेज़ हवाएँ (30-40 किमी प्रति घंटे की गति) चलने का अनुमान है।