सार

मुंबई के नालासोपारा की एक 45 वर्षीय महिला पड़ोसी के चक्कर में ऐसी फंसी कि अब जिम्बाब्वे की जेल में अक्टूबर, 2022 से बंद है। उसे 9.2 किलोग्राम ड्रग्स के साथ पकड़ा गया था। 

मुंबई. मुंबई के नालासोपारा की एक 45 वर्षीय महिला पड़ोसी के चक्कर में ऐसी फंसी कि अब जिम्बाब्वे की जेल में अक्टूबर, 2022 से बंद है। उसे 9.2 किलोग्राम ड्रग्स के साथ पकड़ा गया था। हालांकि उसके परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि गिरफ्तार महिला को अफ्रीकी देश से मुंबई में बैग लाने के लिए एक अच्छी नौकरी की पेशकश की गई थी। उसे नहीं मालूम था कि बैग में क्या है। जब जिम्बाब्वे एयरपोर्ट पर उसे पकड़ा गया, तब मालूम चला कि बैग में ड्रग्स था। पढ़िए एक चौंकाने वाली घटना...

मुंबई में पड़ोस में रहता था महिला के जाल में फंसाने वाला शख्स

महिला के परिजनों ने कहा कि वह एक विदेशी नागरिक था, जो नालासोपारा में उसी की इमारत में किराए के फ्लैट में रहता था। उस शख्स ने महिला को अच्छी नौकरी की पेशकश की थी। उसे जिम्बाब्वे का वीजा और फ्लाइट टिकट के लिए भी भुगतान किया गया था

गिरफ्तार महिला जीनत खातून रफीक शेख नालासोपारा पश्चिम के हनुमान नगर में सिल्वर प्लाजा बिल्डिंग में रहती है। उसकी 19 और 17 साल की दो बेटियों और एक 16 साल का बेटा है। जीनत उसी इमारत के मेंटेनेंस का काम करके अपना घर चला रही थी।

जीनत अपने परिवार की एकमात्र कमाने वाले सदस्य थी। अक्टूबर,2022 की बात है, जब उसे अपनी बड़ी बेटी की शादी तय होने के बाद पैसों की जरूरत थी। उस समय एक विदेशी नागरिक उन्हीं की इमारत में किराए के फ्लैट में रहता था। उस शख्स ने जीनत को जिम्बाब्वे जाने और उसके लिए एक पार्सल इकट्ठा करने की नौकरी की पेशकश की थी। पैसों के लालच में जीनत इसके लिए तैयार हो गई। 20 सितंबर, 2022 को वो शख्स अफ्रीकी देश चला गया और अक्टूबर में वापस आने वाला था।

हेरोइन के साथ पकड़ी गई थी महिला

जीनत को जिम्बाब्वे ड्रग्स और नशीले पदार्थों के अधिकारियों ने विक्टोरिया फॉल्स हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने उसके पास से 9.2 किलोग्राम हेरोइन बरामद किया गया था। जिम्बाब्वे के अधिकारियों के अनुसार, CID ड्रग्स एंड नारकोटिक्स, विक्टोरिया फॉल्स के जासूसों को सूचना मिली कि संदिग्ध महिला के पास हेरोइन है, जिसे वह भारत में तस्करी करना चाहती थी। जब उसके बैग की तलाशी ली गई, तब ड्रग्स पाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।

मौका देखकर भाग निकला शख्स

जीनत के दामाद 23 वर्षीय फैजान शेख ने मीडिया को बताया कि उन्हें 1 अक्टूबर को उसकी गिरफ्तारी की जानकारी मिली थी। फैजान के अनुसार उन्होंने पुलिस अधिकारी को सब कुछ बताया और उसे भारत वापस लाने के लिए मदद मांगी। फैजान ने जिम्बाब्वे में एक वकील से भी बात की और उन्हें 3.5 लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

24 अक्टूबर को शेख की बड़ी बेटी से शादी करने वाले फैजान ने कहा, "हम सरकार से उसे वापस लाने में मदद करने का आग्रह करते हैं।"

इस बीच वो विदेशी नागरिक जीनत की गिरफ्तारी की खबर से एक दिन पहले गायब हो गया। वह छह महीने तक इमारत में किराए पर रहा। गायब होते समय वो अपने साथ लैपटॉप और फोन लेकर गया। बाकी सब सामान छोड़ गया।

एक नाइजीरियाई के साथ किराए पर रहता था

सिल्वर प्लाजा बिल्डिंग के डिवेलपर्स में से एक पिंटू गुप्ता ने बताया कि विदेशी नागरिक का नाम जैदी एली है। वह एक नाइजीरियाई के साथ फ्लैट में रहता था। जीनत की गिरफ्तारी की खबर मिलने के बाद से ही दोनों फरार हैं।

पिंटू गुप्ता ने कहा कि वो जीनत को करीब 12 साल से जानते हैं। पिंटू ने उसे मासूम महिला बताते हुए कहा कि उन्होंने ही उसे इमारत के रखरखाव की देखभाल के लिए काम पर रखा था। एली ने जिम्बाब्वे से भारत में कपड़ों का एक पार्सल लाने के लिए जीनत को 50,000 रुपये देने का वादा किया था।

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