सार

गुजरात (Gujrat) के कच्छ में स्थित मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) पर मंगलवार को हेरोइन की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। इस ड्रग्स की कीमत करीब 21000 करोड़ रुपये बताई जा रही। दो कंटेनर्स में करीब 3000 किलो हेराइन मिली थी। अवैध ड्रग्स के साथ दो लोगों को भी अरेस्ट किया गया है। पोर्ट प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) है। 

अहमदाबाद। गुजरात (Gujrat) के कच्छ में स्थित मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) पर मंगलवार को हेरोइन की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। इस ड्रग्स की कीमत करीब 21000 करोड़ रुपये बताई जा रही। दो कंटेनर्स में करीब 3000 किलो हेराइन मिली थी। अवैध ड्रग्स के साथ दो लोगों को भी अरेस्ट किया गया है। पोर्ट प्रसिद्ध उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) है। 

उद्योगपति अडानी के पोर्ट पर इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स मिलने के बाद सोशल मीडिया पर विपक्षी दलों ने बिजनेसमैन अडानी और मोदी के खिलाफ जांच की मांग तेज कर दी थी। हालांकि, सोशल मीडिया पर इस मांग के खिलाफ यूजर्स कह रहे कि कांग्रेसी अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ऐसी मांग कर रहे हैं। अडानी के पोर्ट पर ड्रग्स मिलने से अगर वह अडानी का हो जाएगा तो इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ड्रग्स पकड़ा जाएगा तो वह क्या गांधी परिवार का होगा। 

वहीं, सोशल मीडिया पर बीजेपी समर्थक भी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं। 

एक यूजर ने लिखा है कि...

 

एक अन्य ने ट्वीट किया

 

अडानी को इस मामले में खींचे जाने पर एक यूजर ने ट्वीट किया


 

 

 

 

हेराइन जहां पकड़ी गई उस पोर्ट के मालिक हैं गौतम अडानी

मुंद्रा पोर्ट (Mundra Port) का मालिकाना हक अडानी पोर्ट के पास है। अडानी पोर्ट उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) और कस्टम के ऑपरेशन में हेरोइन की बरामदगी हुई है। कस्टम ने हेरोइन को जब्त कर लिया था। 
जांच एजेंसियों की मानें तो इतनी बड़ी मात्रा में हेरोइन ड्रग्स को टेल्कम पाउडर बताकर यहां लाया गया था। हेरोइन को टेल्कम बताकर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित एक कंपनी ने इम्पोर्ट किया था। आयात करने वाली विजयवाड़ा की कंपनी ने मंगाई गई खेप को टेल्कम पाउडर घोषित किया था। इसे अफगानिस्तान के कंधार से हसन हुसैन लिमिटेड ने एक्सपोर्ट किया था। डीआरआई ने कंपनी सहित उसके नेटवर्क के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।

यह भी पढ़ें:

भारत दौरे पर आए CIA चीफ और टीम थी रहस्यमय बीमारी Havana Syndrome की शिकार

Azadi ka Amrit Mahotsav: लिक्विड ऑक्सीजन का ट्रांसपोर्ट अब ISO कंटेनर्स से हो सकेगा