सार
नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ की। इससे पहले राहुल गांधी से भी ईडी घंटों सवाल कर चुकी है। इधर, कांग्रेस ने फिर से विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली पुलिस क्यों टेंशन में है, पढ़िए पूरी बात...
नई दिल्ली. नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) को लेकर ईडी (Enforcement Directorate) ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress chief Sonia Gandhi) से पूछताछ की। ईडी 25 जुलाई को सोनिया गांधी से अगली पूछताछ कर सकती है। सोनिया गांधी बेटी प्रियंका गांधी और बेटे राहुल गांधी के साथ पूछताछ के लिए ईडी ऑफिस आईं थी। ईडी के अधिकारियों ने सबसे पहले उनसे उनका हालचाल पूछा। फिर सवाल शुरू किए।
इधर, कांग्रेस ने अपने टॉप लीडर्स सोनिया-राहुल गांधी के खिलाफ ED की कार्रवाई को राजनीति प्रतिशोध (political vendetta) बताते हुए देशभर में विरोध प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन के दौरान यूथ कांग्रेस ने दिल्ली में शिवाजी ब्रिज पर प्रदर्शन किया। यहां तीन ट्रेनें रोकीं। वहीं, बेंगलुरु में एक कार को जलाए जाने की खबर है। इस मामले में ईडी मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कुछ अन्य कांग्रेस नेता भी पूछताछ कर चुकी है। जानिए इससे जुड़ा अपडेट...
भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने कहा- कोई भी नागरिक इस देश में कानून से बढ़कर नहीं है। अगर आपके पास कुछ भी छुपाने के लिए नहीं है तो आप जांच में सहयोग करिए। ये धरने किस चीज़ के लिए कर रहे हैं? दाल में कुछ तो काला है जो आप ये प्रर्दशन कर रहे हैं। कांग्रेस नेता दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा- सरकारी एजेंसी का दुरुपयोग स्वीकार्य नहीं है। सरकार दुरुपयोग कर रही है तो हम उसका शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं। ये हमारा अधिकार है, लेकिन सरकार को ये भी बर्दाशत नहीं है कि विपक्ष आवाज उठाए। ये सोनिया जी और पार्टी की आवाज को दबा नहीं सकते।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा- वे हाईकोर्ट गए, वहां याचिका खारिज हुई, वे सुप्रीम कोर्ट गए, वहां भी याचिका खारिज हुई। सोनिया गांधी से ED ने पूछताछ की है। इसके विरोध में कांग्रेस पार्टी की ये सत्याग्रह नहीं बल्कि देश और देश के कानून के खिलाफ दुराग्रह है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस मामले में आरोपी हैं और वे दोनों जमानत पर हैं। उन पर धोखाधड़ी का आरोप है।
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा- कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को सड़क पर इसलिए उतार रही है, ताकि जिस मामले में ED ने बुलाया है लोगों का ध्यान उधर से भटकाया जाए। जबकि कांग्रेस के लोगों को बुलाकर सोनिया या राहुल गांधी को बताना चाहिए था कि हमें ED ने समन क्यों किया और हमसे क्या पूछताछ की।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में कहा- सोनिया गांधी वह महिला हैं, जिनकी सास और पति देश के लिए शहीद हो गए। सरकार को इतनी शर्म नहीं आती है कि आप किसके साथ किस तरह का व्यवहार कर रहे हैं। ED वाले उनके घर जाकर बयान ले सकते थे, कई बार ऐसा किया गया है कि ED घर जाकर बयान लेती है।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा- आम जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता इससे रुष्ट है। BJP मोदी को कितना बचाती है, जब वे मोदी के लिए ये कर सकते हैं, तो हम सोनिया गांधी के लिए नहीं कर सकते हैं। मोदी अभी 8-10 साल से देश में दिखे हैं, सोनिया गांधी का परिवार कब से इस देश की सेवा करते आ रहा है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा- अगर गांधी परिवार बेदाग है, तो अब बेहाल क्यों? अगर गांधी परिवार ने भ्रष्टाचार नहीं किया तो हंगामा क्यों? आखिरकार भारत के नागरिकों से अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया है, तो उससे पूछताछ करना एजेंसियों का काम है। तो क्या गांधी परिवार के लिए कानून अलग से बनेगा? अगर कांग्रेस के पास छिपाने के लिए कुछ न हो तो हंगामा करने की जरूरत नहीं है। ये तिलमिलाहट क्यों है, घबराहट क्यों है, छटपटाहट क्यों है? ये कहीं ना कहीं दिखाता है कि दाल में कुछ काला है या तो पूरी दाल ही काली है।
पार्टी ने अपने twitter हैंडल पर लिखा-पूरा कांग्रेस परिवार भाजपा की तानाशाही के खिलाफ खड़ा है
कांग्रेस के तमाम बड़े नेता विरोध प्रदर्शन के लिए कांग्रेस हेड क्वार्टर यानी AICC में जुटे। इसी तरह का विरोध तब भी हुआ था, जब सोनिया गांधी के बेटे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से इसी मामले में जून में एजेंसी ने पूछताछ की थी।
इससे पहले प्रदर्शन की रणनीति तैयार करने के लिए पार्टी के सीनियर लीडरों की एक मीटिंग मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई। पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "पूरा कांग्रेस परिवार अपनी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मजबूती से खड़ा है। पूरे देश में भाजपा के तानाशाही शासन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जाएगा। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा, "हमारे शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध जारी है। देश भर में पूरी कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी के साथ सामूहिक एकजुटता का प्रदर्शन करेगी।"
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार राजनीतिक उद्देश्यों के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। हमारे शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने की परंपरा बना ली है। खेरा ने कहा, "हम मोदी-शाह की जोड़ी द्वारा इस तरह की प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ संसद के अंदर और बाहर हर स्तर पर विरोध करेंगे। इस तरह की गंदी राजनीति का विरोध पूरे देश में किया जाएगा।
आखिर है क्या ये नेशनल हेराल्ड केस
2013 में एक लोअर कोर्ट ने बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आयकर विभाग की जांच पर संज्ञान लिया था। कांग्रेस ने 1938 में एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नामक कंपनी बनाई थी। यही कंपनी नेशनल हेराल्ड अखबार पब्लिश करती थी। 26 फरवरी 2011 को AJL पर 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज बताया गया था। इसे ही उतारने यंग इंडिया लिमिटेड नाम से एक नई कंपनी खड़ी की गई। इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% बताई जाती है। यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए थे। जांच में पता चला है कि इसमें पैसों का हेरफेर हुआ। ED इसी मामले की जांच कर रही है। हालांकि कांग्रेस इस पूछताछ का विरोध कर रही है।
दिल्ली के कुछ हिस्सों में ट्रैफिक जाम से बचें
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ED द्वारा पूछताछ को लेकर संभावित विरोध प्रदर्शन और दिल्ली से गुजरने वाले कांवड़ियों की संख्या में वृद्धि से गुरुवार को शहर के कुछ हिस्सों में ट्रैफिक बाधित हो सकता है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, संसद के मौजूदा मानसून सत्र और इन दोनों वजहों को देखते हुए किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा और ट्रैफिक की व्यवस्था की गई है। कांग्रेस कार्यालय के पास की कुछ सड़कों पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी थी। पुलिस ने गुरुवार सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच मोतीलाल नेहरू मार्ग, अकबर रोड, जनपथ और मान सिंह रोड से बचने की एडवायजरी पहले ही जारी कर दी थी। दिल्ली के कुछ हिस्सों में बसों की आवाजाही भी रोक दी गई।
वहीं, कांवड़ यात्रा के हिस्से के रूप में देश के विभिन्न हिस्सों से कांवरिया (भगवान शिव के भक्त) उत्तराखंड के हरिद्वार में गंगा नदी से पानी इकट्ठा करते हैं, ताकि शिव मंदिरों में घर वापस आ सकें। यात्रा 14 जुलाई से शुरू हुई और 26 जुलाई को समाप्त होगी। पुलिस ने कहा कि जहां पिछले कुछ दिनों से कांवड़िये शहर में आ रहे हैं, इनकी संख्या बढ़ने की संभावना है। पुलिस ने कहा कि पूर्वी और बाहरी दिल्ली में कुछ सड़कों पर यातायात प्रभावित होने की संभावना है, जाम से बचने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है। अधिकारियों के अनुसार, ट्रैफिक कंट्रोल के लिए 1,925 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है और कांवड़ियों के मार्ग पर 56 से अधिक क्रेन और मोटरसाइकिल भी मौजूद हैं।
पुलिस ने कहा कि यात्रियों या कांवड़ यात्रियों को किसी भी तरह की सहायता की जरूरत है, तो वे दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के फेसबुक पेज या ट्विटर हैंडल पर अपडेट के लिए देख सकते हैं या 8750871493 और हेल्पलाइन नंबर 1095/011-25844444 पर कॉल कर सकते हैं।
कांग्रेस सांसदों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए संसद भवन परिसर में विरोध मार्च निकाला।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ नेशनल हेराल्ड मामले के संबंध में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश होने के लिए उनके साथ पहुंचे। वे मां को दफ्तर छोड़कर निकल आए।
कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी से ED की पूछताछ के विरोध में प्रदर्शन किया।
यह भी पढ़ें
National Herald Case: 5 दिनों में 54 घंटे पूछताछ के बाद राहुल को कोई नया नोटिस नहीं, कल सोनिया गांधी से पूछताछ
National Herald Case: क्या है नेशनल हेराल्ड केस, कब सामने आया मामला, कौन हैं आरोपी, जानें सबकुछ