सार

कोरोना से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। देश-दुनिया के साइंटिस्ट इस महामारी को नियंत्रित करने के लिए लगातार रिसर्च कर रहे हैं। हरियाणा के ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज एंड हाॅस्पिटल में कोरोना से बचाव के लिए नीम को कारगर माना गया है। ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज ने नीम की गोली को वैक्सीन जितना प्रभावशाली बताया है। काॅलेज ने क्लिनिकल ट्रायल रिपोर्ट जारी कर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार बताया है। संक्रमण को 55 प्रतिशत तक कम कर दे रहा है। 

फरीदाबाद। कोरोना से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। देश-दुनिया के साइंटिस्ट इस महामारी को नियंत्रित करने के लिए लगातार रिसर्च कर रहे हैं। हरियाणा के ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज एंड हाॅस्पिटल में कोरोना से बचाव के लिए नीम को कारगर माना गया है। ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज ने नीम की गोली को वैक्सीन जितना प्रभावशाली बताया है। काॅलेज ने क्लिनिकल ट्रायल रिपोर्ट जारी कर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण हथियार बताया है। संक्रमण को 55 प्रतिशत तक कम कर दे रहा है। 

किसने किया रिसर्च
कोरोना रोकथाम के लिए नीम के प्रभाव का रिसर्च ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज एंड हाॅस्पिटल, आॅल इंडिया इंस्टीट्यूट आॅफ आयुर्वेद, निसरगा बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने रिसर्च किया। अगस्त 2020 में प्रारंभ हुए रिसर्च के बाद क्लिनिकल ट्रायल भी हुआ। क्लिनिकल ट्रायल में रिपोर्ट काफी उत्साहजनक आए हैं। 

संक्रमण 55 फीसदी तक कम कर दे रहा

क्लिनिकल ट्रायल में नीम की गोली 28 दिनों तक दोनों समय लेने पर संक्रमण का खतरा 55 प्रतिशत कम हो गया। रिपोर्ट के अनुसार सुबह-शाम नीम की गोली लेने पर शरीर प्रतिरोधात्मक क्षमता विकसित कर ले रही जो कोरोना संक्रमण से लड़ने में सहायक साबित हो रहा। सबसे अच्छी बात यह कि नीम का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। 

वैक्सीन जैसा ही कारगर
नीम की गोली कोरोना वैक्सीन जितना ही कारगर साबित हुआ है। अगर 28 दिनों तक नीम की गोली का नियमित सेवन किया गया है तो वह कोरोना संक्रमण का असर शरीर पर नहीं होने देगा, अगर कोई संक्रमित होता भी है तो जानलेवा नहीं होगा। 

क्लिनिकल ट्राॅयल में 190 लोगों को शामिल किया गया

ट्रायल में 190 लोगों को शामिल किया गया। इसमें अधिकतर स्वास्थ्य पेशे से जुड़े हुए लोग थे। इनकी उम्र 18 से 60 साल के बीच में थी। ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज के रजिस्ट्रार डाॅ.एके पांडेय के अनुसार ट्रायल के दौरान कुछ को प्लाॅसिबो भी दिया गया। यह रिसर्च इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल अलटरनेटिव थेरेपी इन हेल्थ एंड मेडिसिन में प्रकाशित किया गया है। रिसर्च में निसरगा बायोटेक लिमिटेड के संस्थापक निरीश सोमान, ईएसआईसी मेडिकल काॅलेज के रजिस्ट्रार डाॅ.एके पांडेय, आल इंडिया इंस्टीट्यूट आॅफ आयुर्वेद की डाॅ.तनुजा निसारी भी शामिल रहीं। 

वैक्सीनेशन के साथ साथ नीम की गोली भी खाएं

रिसर्च के बारे में बताते हुए रजिस्ट्रार डाॅ.एके पांडेय ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन हो रहा है। वैक्सीन की पहली डोज के बाद 14 दिन में एंटी बाॅडी बनता है। अगर वैक्सीन लगवाने के साथ ही नीम की गोली का भी सेवन किया जाए तो यह शरीर के लिए बेहतर होगा। ऐसे में संक्रमण का प्रभाव भी बेहद कम हो सकेगा।