सार
वकील एपी सिंह ने कहा, इन्हें (आरोपियों को) फंसाया गया। ऑनर किलिंग का केस है। झूठी रिपोर्ट लिखाई गई। पहले 307 में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मुआवजा लेने के लिए गैंगरेप का दर्ज कराया गया। जातिवाद फैलाया गया। यह प्लान था कि 2022 में योगी जी की सरकार को हम गिरा देंगे। चुनाव में हरा देंगे। जैसे दिल्ली में निर्भया केस में शीला दीक्षित की सरकार को गिरा दिया गया।
नई दिल्ली/हाथरस. यूपी के हाथरस में दलित लड़की से कथित गैंगरेप केस में आरोपियों का केस सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह लड़ेंगे। एपी सिंह वही हैं, जिन्होंने निर्भया केस में दोषियों का केस लड़ा था। शनिवार को एपी सिंह आरोपियों के परिवार से मिलने के लिए हाथरस उनके घर पहुंचे। मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, सीडीआर यानी कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड के मुताबिक लड़की के भाई की तरफ से आरोपी को 62 कॉल्स की गई। यह दुष्कर्म नहीं है।
"जैसे निर्भया के बाद शीला दीक्षित की सरकार गिरी, वैसे ही योगी सरकार गिराने की थी साजिश"
वकील एपी सिंह ने कहा, इन्हें (आरोपियों को) फंसाया गया। ऑनर किलिंग का केस है। झूठी रिपोर्ट लिखाई गई। पहले 307 में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। मुआवजा लेने के लिए गैंगरेप का केस दर्ज कराया गया। जातिवाद फैलाया गया। यह प्लान था कि 2022 में योगी जी की सरकार को हम गिरा देंगे। चुनाव में हरा देंगे। जैसे दिल्ली में निर्भया केस में शीला दीक्षित की सरकार को गिरा दिया गया। जब एफआईआर एक के खिलाफ थी तो तीन लोग कैसे फंसाए गए? अदालत को जवाब चाहिए। मीडिया को जवाब चाहिए।
आरोपियों के परिवार से मुलाकात के दौरान वकील एपी सिंह
"मेडिकल और सीएफएसएल रिपोर्ट में साफ है कि रेप नहीं हुआ, नार्को टेस्ट में सब साफ हो जाएगा"
आरोपियों के परिवार से मुलाकात के बाद एपी सिंह ने कहा, सीएफएसएल रिपोर्ट और मेडिकल रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि रेप नहीं हुआ है। नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट में यह और भी साफ हो जाएगा। लेकिन पीड़िता का परिवार उससे भाग रहा है। नार्को टेस्ट से सारी सच्चाई सामने आ जाएगी।
हाथरस में आरोपियों के घर के बाहर लोगों से बात करते हुए वकील एपी सिंह
"दोनों परिवार में पुरानी रंजिश थी, लेकिन बदला लेने के लिए चारों आरोपियों को गैंगरेप में फंसा दिया"
सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह ने कहा कि इस केस में चारों आरोपियों को झूठे तरीके से फंसाया गया है। पुरानी रंजिश के बदले उन्हें गैंगरेप के आरोप में फंसाया गया।
पीड़िता का घर छावनी में तब्दील हो चुका है, घर के बाहर और अंदर 8 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीड़िता के घर पर भारी सुरक्षाबल मौजूद है। घर के बाहर और अंदर आठ सीसीटीवी कैमरे और एक मेटल डिटेक्टर लगाया गया है। घर के पास दमकल की एक गाड़ी और खुफिया विभाग के कर्मचारी तैनाय हैं।
पीड़िता के परिवार से मिलने से पहले रजिस्टर में एंट्री करनी पड़ती है, 12 घंटे की शिफ्ट में पुलिस तैनात
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित परिवार के घर के बाहर 12-12 घंटे की शिफ्ट में करीब 60 जवान तैनात हैं। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि पीड़ित परिवार से मिलने आने वालों की जानकारी रखने के लिए एक आंगतुक रजिस्टर रखा गया है। परिवार के हर सदस्य और गवाहों की सुरक्षा के लिए 2-2 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।