सार
संकटग्रस्त सूडान (Sudan) से भारतीयों का 8वां बैच जेद्दाह एयरपोर्ट पहुंच चुका है। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन (V Muraleedharan) ने 8वें बैच को रिसीव किया। इस बैच में भारतीय एंबेसी के परिवार वाले भी शामिल हैं।
Operation Kaveri Updates. सूडान से 121 भारतीयों वाला 8वां बैच भी जेद्दाह पहुंच गया है। ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से भारतीयों को सकुशल निकालने और इंडिया पहुंचाने का काम जारी है। 8वें बैच में आम लोगों के साथ ही इंडियन एंबेसी के अधिकारियों और उनके परिवार वालों को भी जेद्दाह पहुंचाया गया है। जेद्दाह से स्पेशल फ्लाइट से सभी नई दिल्ली पहुंचाया जाएगा। इसके बाद यात्री अपने-अपने परिवारों तक पहुंचेंगे।
ऑपरेशन कावेरी- सबसे खतरनाक रहा यह रेस्क्यू
ऑपरेशन कावेरी के तहत 8वें बैच का रेस्क्यू अब तक का सबसे खतरनाक रेस्क्यू रहा। इंडियन एयरफोर्स के सी-130 विमान सूडान के वाडी सेडना से ऑपरेट किया गया। यह ज्यादा कॉम्पलेक्स रेस्क्यू इसलिए रहा क्योंकि इसका लोकेशन खारतूम के सबसे ज्यादा संघर्ष भरे इलाके में था। केंद्रीय मंत्री मुरलीधरन ने ट्वीट किया कि इसमें एंबेसी के फैमिली मेंबर्स भी शामिल रहे। सभी का स्वागत है। सबसे खतरनाक रेस्क्यू की जानकारी देते हुए मुरलीधरन ने ट्वीट किया कि सूडान की राजधानी खारतूम जहां सबसे तगड़ा संघर्ष है, वहां से लोगों को निकालना बहुत मुश्किल रहा। लेकिन भारतीय दल ने जान जोखिम में डालकर लोगों को रेस्क्यू किया है।
ऑपरेशन कावेरी- कैसा रहा 6ठें और सातवें बैच का रेस्क्यू
ऑपरेशन कावेरी के तहत 7वें बैच से करीब 135 लोगों को पोर्ट ऑफ सूडान से जेद्दाद पहुंचाया गया। वायुसेना के विमान सी-130 से 135 यात्रियों को रेस्क्यू करके जेद्दाह ले जाया गया। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी ट्वीट कर जानकारी दी कि सूडान से 7वां बैच जेद्दाह के लिए निकला। 6ठें बैच में भी 100 से ज्यादा भारतीयों को जेद्दाह पहुंचाया गया।
ऑपरेशन कावेरी- कैसे चल रहा है रेस्क्यू
सूडान में नौसेना और एयरपोर्ट बेस पर लोगों का भारी जमावड़ा हो रहा है। वहां से भारतीयों को जल्द से जल्द निकालने के काम में नौसेना का जहाज आईएनएस तेग को लगाया गया है। वहीं वायुसेना के विमान से लोगों को जेद्दाह भेजा जा रहा है। सूडान में 72 घंटे का संघर्ष विराम घोषित किया गया था लेकिन रिपोर्ट है कि इस दौरान भी गोलीबारी की गई है।
क्या है ऑपरेशन कावेरी
सूडान में अर्धसैनिक बलों और सूडानी सेना के बीच संघर्ष छिड़ गया है। 10 दिनों तक चले संघर्ष के बाद दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम का ऐलान किया है। 24 अप्रैल की रात से 72 घंटे का संघर्ष विराम घोषित किया गया है। इसी बीच भारत सरकार ने सूडान से अपने यात्रियों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है। इस अभियान में वायुसेना के विमान सी-130 और नौसेना के जहाज से नागरिकों को पहले जेद्दाह पहुंचाया जा रहा है। फिर वहां लोगों को दिल्ली लाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें