सार
e-RUPI प्रीपेड ई वाउचर को नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI ने बनाया है। इस वाउचर का उपयोग केवल सरकार ही नहीं बल्कि गैर सरकारी संस्था भी कर सकते हैं।
नई दिल्ली। डिजिटल पेमेंट को प्रोमोट करने के लिए पीएम मोदी ने सोमवार को e-RUPI, डिजिटल वाउचर लॉन्च किया। e-RUPI प्रीपेड ई वाउचर से कैशलेस पेमेंट किया जा सकता है। e-RUPI प्रीपेड ई वाउचर को नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI ने बनाया है।
वीडिया कांफ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने इसे लांच करते हुए इसकी खूबियां बताई। उन्होंने कहा कि भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन और डीबीटी के लिए यह वरदान साबित होगा। यह बेहद आसान तरीका होगा कैशलेस पेमेंट के लिए। उन्होंने कहा कि e-RUPI प्रीपेड ई वाउचर एक उदाहरण है कि किस तरह भारत 21वीं शताब्दी में एडवांस तकनीकी से कनेक्ट होकर विकास की गाथा लिख रही है। मुझे खुशी है कि इसकी शुरूआत उस समय हुई जब देश अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस वाउचर का उपयोग केवल सरकार ही नहीं बल्कि गैर सरकारी संस्था भी कर सकते हैं। अगर कोई किसी का मेडिकल या एजुकेशन के लिए मदद करना चाहता है तो वह कैश देने की बजाय डोनेशन e-RUPI प्रीपेड ई वाउचर के रूप में दे सकेगा। इसका लाभ यह होगा कि यह केवल उसी काम के लिए उपयोग हो सकेगा।
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e-RUPI से क्या-क्या फायदे हैं?
1- e-RUPI डिजिटल भुगतान के लिए एक कैशलेस और संपर्क रहित साधन है। यह क्यूआर कोड या SMS स्ट्रिंग के आधार पर ई-वाउचर की तरह काम करता है।
2- इसके जरिए सरकारी योजनाओं का फायदा सीधे लाभार्थियों तक पहुंचेगा। इससे भ्रष्टाचार में कमी आएगी।
3- ये यही भी सुनिश्चित करता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सर्विस प्रोवाइडर को भुगतान किया जाए।
4- इस वन टाइम पेमेंट सर्विस में यूजर्स बिना कार्ड, डिजिटल पेमेंट या इंटरनेट बैंकिग के बावजूद वाउचर को रिडीम कर सकेंगे।
5- इसका इस्तेमाल बाल कल्याण योजनाओं, दवा देने वाली योजनाओं, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में जरूरतमंदों को फायदा पहुंचाने में की जा सकती है।