सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 'आजादी का अमृत महोत्सव' से संबंधित कमेटी को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ये वर्ष जितना ऐतिहासिक, गौरवशाली है, देश के लिए जितना अहम है, देश उसे उतनी है भव्यता और उत्साह के साथ मनाएगा। हमारा सौभाग्य है कि समय ने, देश ने इस महोत्सव को साकार करने की जिम्मेदारी हमें दी है।

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 'आजादी का अमृत महोत्सव' से संबंधित कमेटी को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ये वर्ष जितना ऐतिहासिक, गौरवशाली है, देश के लिए जितना अहम है, देश उसे उतनी है भव्यता और उत्साह के साथ मनाएगा। हमारा सौभाग्य है कि समय ने, देश ने इस महोत्सव को साकार करने की जिम्मेदारी हमें दी है।

पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

- पीएम मोदी ने कहा, मुझे खुशी है कि ये कमेटी अपने इस कर्तव्य के लिए कड़ी मेहनत के साथ जो आशा-अपेक्षाएं हैं, जो सुझाव आए हैं और जो आते रहेंगे, जन-जन तक पहुंचने का जो प्रयास है उसमें कोई कमी नहीं रहेगी।

- पीएम मोदी ने कहा, आजादी के 75 साल का ये पर्व एक ऐसा पर्व होना चाहिए जिसमें स्वाधीनता संग्राम की भावना, उसका त्याग साक्षात अनुभव हो सके। जिसमें देश के शहीदों को श्रद्धांजलि भी हो और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प भी। जिसमें सनातन भारत के गौरव की भी झलक हो, जिसमें आधुनिक भारत की चमक भी हो।

- प्रधानमंत्री ने कहा, एक तरह से प्रयास ये है कि कैसे आजादी के 75 साल का ये आयोजन आजादी का ये अमृत महोत्सव, भारत के जन-जन का, भारत के हर मन का पर्व बने। हमें 130 करोड़ देशवासियों को साथ लेकर, उन्हें साथ जोड़कर आजादी के 75 साल का ये पर्व मनाना है। जनभागीदारी इस आयोजन की, इस उत्सव की मूल भावना है।

उन्होंने कहा, आज भारत वो सब कर रहा है, जिसकी कुछ साल पहले तक कल्पना नहीं होती थी। आजादी के 75 साल जब देश मनाएगा, तो देश उन लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ेगा, उन्हें प्राप्त करने के लिए मजबूत कदम उठाएगा, जो कभी असंभव लगते थे।

पीएम ने कहा, हमारे देश का शायद ही कोई ऐसा स्थान हो, कोई ऐसा कोना हो जहां से किसी न किसी भारत माता के बेटे-बेटी ने अपना बलिदान नहीं दिया हो। उन सबके बलिदान, उनकी कहानियां भी जब देश के सामने आएंगी तो वो अपने आप में बहुत बड़ी प्रेरणा का स्रोत होने वाला है।