सार

प्रधानमंत्री ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा से बात की जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की क्योंकि दोनों देश राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

BRICS Summit Johannesburg: पीएम नरेंद्र मोदी जोहान्सबर्ग में BRICS Summit में भाग लेने जाएंगे। गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने टेलीफोनिक वार्ता के दौरान भारत के प्रधानमंत्री को आमंत्रित किया। पीएमओ ने बताया कि भारत ने उनके निमंत्रण को स्वीकार कर लिया। पीएम मोदी 22-24 अगस्त को होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए साउथ अफ्रीका जाएंगे।

प्रधानमंत्री ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा से बात की जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की क्योंकि दोनों देश राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। पीएम मोदी ने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया...'राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से बात करके खुशी हुई। हम अपने राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। हमने द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की। इस महीने के अंत में जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।'

पीएमओ ने बताया कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति का सकारात्मक मूल्यांकन किया। इसमें 2023 में मनाई जा रही द्विपक्षीय राजनयिक संबंधों की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ का संदर्भ भी शामिल है। टेलीफोन पर बातचीत के दौरान दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी को सौहार्दपूर्ण निमंत्रण दिया और उन्हें इसकी तैयारियों के बारे में जानकारी दी। पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है और बताया है कि वह शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जोहान्सबर्ग की अपनी यात्रा के लिए उत्सुक हैं।

वार्ता के दौरान दोनों राष्ट्र प्रमुखों ने आपसी हित के कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। राष्ट्रपति रामफोसा ने मौजूदा जी-20 प्रेसीडेंसी के हिस्से के रूप में भारत की पहलों को अपना पूरा समर्थन दिया। प्रेसिडेंट रामफोसा ने कहा कि वह जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आने के लिए उत्सुक हैं।

जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन

दक्षिण अफ्रीका बड़ी प्रत्याशा के साथ 22 से 24 अगस्त 2023 तक जोहान्सबर्ग में प्रतिष्ठित 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है। 2001 में गठि चार देशों के समूह को प्रारंभ में BRIC नाम दिया गया। यह ग्रुप गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्री जिम ओ'नील का कांसेप्ट है। इस अलायंस में ब्राज़ील, रूस, भारत और चीन शामिल थे। यह देश वर्तमान और भविष्य की आर्थिक शक्ति से भरपूर उभरते बाज़ारों का सामूहिक प्रतिनिधित्व करता है। हालांकि, 2010 में दक्षिण अफ्रीका के इसमें शामिल होने के बाद इसे ब्रिक्स (BRICS) नाम दिया गया।

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