सार
वाइब्रेंट गुजरात समिट 2023 (Vibrant Gujarat Summit 2023) में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले की केंद्र सरकार गुजरात का विकास नहीं चाहती थी। विदेशी निवेशकों को धमकाया जाता था। वाइब्रेंट गुजरात में केंद्र सरकार के मंत्री नहीं आते थे।
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वाइब्रेंट गुजरात समिट 2023 (Vibrant Gujarat Summit 2023) में शामिल हुए। इस साल इस आयोजन के 20 साल हुए पूरे हुए हैं। अपने भाषण में पीएम मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात समिट के 20 साल के सफर पर प्रकाश डाला।
नरेंद्र मोदी ने कहा, "वाइब्रेंट गुजरात समिट दुनिया को भारत की क्षमता दिखाने का जरिया बना। 20 साल हो रहे हैं हर तरह की खट्टी-मिठी बातें याद आना स्वभाविक है। आज दुनिया वाइब्रेंट गुजरात की सफलता देख रही है, लेकिन इसका आयोजन ऐसे माहौल में किया गया जब तक की केंद्र सरकार भी गुजरात के विकास को लेकर बेरुखी दिखाती थी।"
विदेशी निवेशकों को धमकाया जाता था
पीएम मोदी ने कहा, " मैंने हमेशा कहा है गुजरात के विकास से देश का विकास, लेकिन उस समय केंद्र सरकार चलाने वाले गुजरात के विकास को भी राजनीति से जोड़कर देखते थे। केंद्र सरकार के मंत्री वाइब्रेंट गुजरात समिट में आने से मना कर दिया करते थे। व्यक्तिगत रूप से तो मुझे बताते थे कि नहीं-नहीं हम जरूर आएंगे, पता नहीं पीछे से डंडा चलता था कि वो ना कर देते थे।"
उन्होंने कहा, "सहयोग तो दूर की बात वो रोड़े अटकाने में लगे रहते थे। विदेशी निवेशकों को धमकाया जाता था कि गुजरात मत जाओ। इतना डराने के बाद भी विदेशी निवेशक गुजरात आए। गुजरात में उन्हें कोई खास इंसेंटिव नहीं दिया जाता था। गुड गवर्नेंस के अनुभव के चलते वे यहां आते थे। जब बाइब्रेंट गुजरात की शुरुआत की गई थी तब यहां बड़े-बड़े होटल नहीं थे। जहां पर इतने सारे विदेशी मेहमानों को रुकवाया जा सके। जब सारे सरकारी गेस्ट हाउस भर जाते थे तो हमारे सामने सवाल होता था कि बाकी लोग कहां ठहरेंगे। ऐसी स्थिति में बिजनेस हाउस को मैंने कहा कि गेस्ट हाउस दीजिए।"
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मंदी के माहौल में हुई थी वाइब्रेंट गुजरात समिट की शुरुआत
नरेंद्र मोदी ने कहा, "2009 में जब वाइब्रेंट गुजरात का आयोजन किया गया तब पूरी दुनिया में मंदी का माहौल था। सबने मुझे बताया कि इस बार वाइब्रेंट गुजरात स्थगित कर दीजिए। ये फ्लॉप हो जाएगा। कोई नहीं आएगा, लेकिन मैंने उस समय भी कहा यह रुकेगा नहीं, होगा। विफल होगा तो आलोचना होगी, लेकिन आदत छूटनी नहीं चाहिए। तब भी वाइब्रेंट गुजरात समिट ने सफलता का नया अध्याय जोड़ा।"