सार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने आज सूरत में सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा निर्मित छात्रावास चरण-1 (लड़कों के लिए हॉस्टल) का भूमि पूजन किया। वे कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।
नई दिल्ली. सूरत को एक और सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने आज सूरत में सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा निर्मित छात्रावास चरण-1 (लड़कों के लिए हॉस्टल) का भूमि पूजन किया। समारोह में वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। छात्रावास भवन में लगभग 1500 छात्रों के लिए आवासीय सुविधा है। इसमें एक सभागार और छात्रों के लिए एक पुस्तकालय भी है। करीब 500 छात्राओं के लिए दूसरे चरण के छात्रावास का निर्माण अगले साल शुरू होगा। कार्यक्रम के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भी उपस्थित थे। सबसे पहले मोदी ने कहा-सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा आज विजयादशमी को एक पुण्य कार्य का शुभारंभ हो रहा है। मैं आप सभी को और पूरे देश को विजयादशमी की हार्दिक बधाई देता हूं।
आजादी का 75वां वर्ष
मोदी ने कहा-भारत इस समय अपनी आजादी के 75वें वर्ष में है। ये अमृतकाल हमें नए संकल्पों के साथ ही, उन व्यक्तित्वों को याद करने की भी प्रेरणा देता है, जिन्होंने जनचेतना जागृत करने में बड़ी भूमिका निभाई। आज की पीढ़ी को उनके बारे में जानना बहुत आवश्यक है। भगवान राम के अनुसरण का अर्थ है- मानवता का और ज्ञान का अनुसरण। इसलिए गुजरात की धरती से बापू ने रामराज्य के आदर्शों पर चलने वाले समाज की कल्पना की थी।
हॉस्टल के बारे में कहा
आज फेज-1 हॉस्टेल का भूमिपूजन हुआ है और 2024 तक दोनों फेज का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। कितने ही युवाओं, बेटे-बेटियों को आपके इन प्रयासों से एक नई दिशा मिलेगी, उन्हें अपने सपनों को साकार करने का अवसर मिलेगा। मुझे खुशी है कि गुजरात के लोग उन मूल्यों को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में आज की गई एक पहल भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है
सबका साथ-सबका विकास
मोदी ने कहा-सबका साथ, सबका विकास का सामर्थ्य क्या होता है, ये भी मैंने गुजरात से ही सीखा है। एक समय गुजरात में अच्छे स्कूलों की कमी थी, अच्छी शिक्षा के लिए शिक्षकों की कमी थी। उमिया माता का आशीर्वाद लेकर, खोड़ल धाम के दर्शन करके मैंने इस समस्या के समाधान के लिए लोगों को अपने साथ जोड़ा। इस स्थान को इसलिए विकसित किया गया था ताकि शिक्षा का प्रसार किया जा सके, गांव के विकास से जुड़े कामों में तेजी लाई जा सके। जो लोग गुजरात के बारे में कम जानते हैं, उन्हें मैं आज वल्लभ विद्यानगर के बारे में भी बताना चाहता हूं। आप में से काफी लोगों को पता होगा, ये स्थान, करमसद-बाकरोल और आनंद के बीच में पड़ता है।
अपने बारे में बोले मोदी
आप सभी के आशीर्वाद से मुझ जैसे अत्यन्त सामान्य व्यक्ति को जिसका कोई पारिवारिक या राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं था, जिसके पास जातिवादी राजनीति का कोई आधार नहीं था, ऐसे मुझ जैसे सामान्य व्यक्ति को आपने आशीर्वाद देकर गुजरात की सेवा का मौका 2001 में दिया था। आपके आशीर्वाद की ताकत इतनी बड़ी है कि आज 20 वर्ष से अधिक समय हो गया, फिर भी अखंड रूप से पहले गुजरात की और आज पूरे देश की सेवा करने का सौभाग्य मिला है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति
मोदी ने कहा-नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में प्रोफेशनल कोर्सेस की पढ़ाई स्थानीय भाषा में कराए जाने का विकल्प भी दिया गया है। अब पढ़ाई का मतलब डिग्री तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पढ़ाई को स्किल के साथ जोड़ा जा रहा है। देश अपने पारंपरिक स्किल्स को भी अब आधुनिक संभावनाओं से जोड़ रहा है।
मुख्यमंत्री की तारीफ
हमारी नई पीढ़ी देश और समाज के लिए जीना सीखे, इसकी प्रेरणा भी आपके प्रयासों का अहम हिस्सा होना चाहिए। सेवा से सिद्धि के मंत्र पर चलते हुए हम गुजरात और देश को नई ऊंचाई पर पहुंचाएंगे।ये हम सभी के लिए बहुत गौरव की बात है कि भूपेंद्र जी एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो टेक्नोलॉजी के भी जानकार हैं और जमीन से भी उतना ही जुड़े हुए हैं। अलग-अलग स्तर पर काम करने का उनका अनुभव, गुजरात के विकास में बहुत काम आने वाला है।
सौराष्ट्र पटेल सेवा समाज के बारे में
यह 1983 में स्थापित एक पंजीकृत ट्रस्ट है, जिसका प्रमुख उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों का शैक्षिक और सामाजिक परिवर्तन है। यह छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करता है और उन्हें उद्यमिता तथा कौशल विकास के लिए प्लेटफार्म भी प्रदान करता है।
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