सार

प्रशांत किशोर देश के जाने माने चुनावी रणनीतिकार हैं। बीजेपी की 2014 में प्रचंड बहुमत से लेकर बिहार में नीतिश और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी को सत्ता में वापसी के लिए उनके योगदान को अहम माना जाता है। हालांकि, यूपी में पीके कांग्रेस के साथ जुड़कर कोई चमत्कार नहीं कर सके थे। 

नई दिल्ली। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) कथित तौर पर गुजरात विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए काम कर सकते हैं। गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के मद्देनजर रणनीति बनान के लिए प्रशांत किशोर इच्छुक हैं और वह इस बाबत राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से वार्ता कर चुके हैं। हालांकि, यह कहा जा रहा है कि पीके को लेकर राहुल गांधी ने कोई निर्णय नहीं लिया है। उधर, पीके की टीम ने ऐसी किसी भी मुलाकात या वार्ता का खंडन किया है। 

पश्चिम बंगाल चुनाव में ममता के साथ रहे पीके

बीजेपी (BJP) से पश्चिम बंगाल (WEst Bengal) में चौरतफा घिरी ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को बीते विधानसभा चुनावों में प्रशांत किशोर ने रणनीतिक रूप से मदद की थी। पीके ने पूरे चुनाव की रणनीतिक कमान खुद संभाली थी। इस चुनाव में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी को प्रचंड बहुमत मिली और वह तीसरी बार सत्ता में आई थीं। 

पीके के कांग्रेस में शामिल होने की भी थी खबरें...

गुजरात चुनाव (Gujarat Assembly Elections 2022) को लेकर प्रशांत किशोर और कांग्रेस के बीच वार्ता के पहले भी प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जाती रही हैं। हालांकि, कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बनने के बाद पीके की एंट्री कांग्रेस में नहीं हो सकी थी। एक इंटरव्यू में प्रियंका गांधी ने भी स्वीकार किया था कि पीके कांग्रेस ज्वाइन करने वाले थे लेकिन कुछ मुद्दों को लेकर बात न बन सकी। बता दें कि कांग्रेस में जाने के अटकलों के दौरान पीके ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से कई दौर में बातचीत की थी। 

गुजरात चुनाव में प्रशांत किशोर को आजमा सकती कांग्रेस

सूत्रों ने बताया कि श्री किशोर को केवल गुजरात चुनावों पर काम करने के लिए एक बार काम करने की पेशकश है। लेकिन कांग्रेस ने अभी तक श्री किशोर के प्रस्ताव पर कोई फैसला नहीं लिया है। प्रशांत किशोर का मामला गुजरात कांग्रेस नेताओं के साथ राहुल गांधी की बैठक के दौरान भी आया था। गुजरात कांग्रेस के कुछ नेता कथित तौर पर श्री किशोर को लेने के लिए उत्सुक हैं, अंतिम फैसला राहुल गांधी के साथ है।

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