सार
प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबंध दशकों पुराना है। युवा कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने विश्वभर में भ्रमण किया था और विदेश में बसे भारतीय लोगों के साथ एक खास नाता विकसित किया था।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। प्रवासी भारतीय समुदाय से पीएम मोदी का संबंध दशकों पुराना है। उन्होंने युवा कार्यकर्ता के रूप में विश्वभर में भ्रमण किया था। उन्होंने विदेश में बसे भारतीय लोगों के साथ एक खास नाता विकसित किया है।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने सदियों पहले वैश्विक व्यापार की असाधारण परंपरा शुरू की थी। हम असीम लगने वाले समंदरों के पार गए। अलग-अलग देशों, अलग-अलग सभ्यताओं के बीच व्यावसायिक संबंध कैसे साझी समृद्धि के रास्ते खोल सकती है, भारत ने करके दिखाया।
विश्व को सुनाई दे रही सशक्त और समर्थ भारत की आवाज
पीएम ने कहा कि दुनिया के इतने अलग-अलग देशों में जब भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं तो 'वसुधैव कुटुंबकम्' की भावना के साक्षात् दर्शन होते हैं। दुनिया के किसी एक देश में जब भारत के अलग-अलग प्रान्तों, अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं तो 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का सुखद अहसास होता है।
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नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में जब सबसे शांतिप्रिय, लोकतांत्रिक और अनुशासित नागरिकों की चर्चा होती है तो मदर ऑफ डेमोक्रेसी होने का भारतीय गौरव और बढ़ जाता है। हमारे इन प्रवासी भारतीयों के योगदान का विश्व आकलन करता है तो उसे सशक्त और समर्थ भारत की आवाज भी सुनाई देती है।
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