सार
पहलवानों को सलाह देने वाली 31 सदस्यीय समिति ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए 21 मई तक का समय दिया है।
नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर-मंतर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को सलाह देने वाली 31 सदस्यीय समिति ने रविवार को कहा कि अगर भारतीय कुश्ती महासंघ (Wrestling Federation of India) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) को 21 मई तक गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो वे कुछ अहम फैसला करेंगे। इस बीच विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने उन आरोपों को खारिज कर दिया है, जिसमे कहा गया है कि इस विरोध प्रदर्शन को किसानों ने हाईजैक कर लिया है।
दरअसल, भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait), ‘खाप महम 24' के प्रमुख मेहर सिंह (Mehar Singh) और संयुक्त किसान मोर्चा (Sankyut Kisna Morcha) के बलदेव सिंह सिरसा हाल ही में पहलवानों को समर्थन देने के लिए धरनास्थल पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मीडिया को भी संबोधित किया था।
हर दिन विरोध स्थल पर आएंगे खाप सदस्य
टिकैत ने कहा, "खाप पंचायत और एसकेएम के कई नेताओं ने आज बैठक में भाग लिया। हमने तय किया कि खाप के सदस्य हर दिन विरोध स्थल पर आएंगे। वे दिन में यहां रहेंगे और शाम को लौट जाएंगे।"
पहलवानों की समिति से 21 मई तक की डेडलाइन दी
उन्होंने कहा, "पहलवानों की समिति विरोध का ध्यान रखेगी और हम बाहर से पहलवानों का समर्थन करेंगे। हमने 21 मई को एक बैठक निर्धारित की है। इस दौरान अगर सरकार प्रस्ताव नहीं देती है, तो हम अपनी अगली रणनीति तैयार करेंगे।अगर कोई आपात स्थिति आती है, अगर पहलवानों को कोई समस्या आती है, तो पूरा देश उनके साथ खड़ा होगा।"
बृज भूषण पर महिला पहलवानों ने लगाए हैं यौन शोषण का आरोप
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने धारा 161 के तहत सात महिला शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए हैं, जबकि आपराधिक प्रक्रिया संहिता (Criminal Procedure Code) के तहत 164 (मजिस्ट्रेट के सामने) के बयान दर्ज किए जाने बाकी हैं। गौरतलब है कि WFI के प्रमुख बृज भूषण पर कई महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाया है और उन्हें हटाने की मांग की है।