सार
पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा, "पाकिस्तान ने भारी मात्रा में पानी छोड़ा है, जिससे टेंडीवाला गांव को नुकसान पहुंचा है और कुछ गांवों में बाढ़ का खतरा है। जिला प्रशासन ने सतलज नदी के किनारे के अधिकांश संवेदनशील गांवों में स्वास्थ्य विभाग, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग की तैनाती कर दी है।"
नई दिल्ली. पंजाब के सीमावर्ती जिले फिरोजपुर के कुछ गांवों में सतलुज नदी का पानी भरने से बाढ़ का खतरा बन गया है। अधिकारियों के मुताबिक फिरोजपुर जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। एनडीआरएफ और सेना की भी तैनाती की गई है। पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने कहा, "पाकिस्तान ने भारी मात्रा में पानी छोड़ा है, जिससे टेंडीवाला गांव को नुकसान पहुंचा है और कुछ गांवों में बाढ़ का खतरा है।" कुछ दिन पहले भी पाकिस्तान द्वारा सतलुज नदी की जलधारा को प्रभावित करने वाला द्वार खोलने की वजह से पंजाब के सीमावर्ती जिले के बाढ़ आ गई।
तटबंध को मजबूत करने के निर्देश
- प्रवक्ता ने कहा, "जिला प्रशासन ने सतलुज नदी के किनारे के अधिकांश संवेदनशील गांवों में स्वास्थ्य विभाग, खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग की तैनाती कर दी है।"
- फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला और रूपनगर जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की गई। इसमें जल संसाधन को निर्देश दिया गया कि वे नजदीकी गांवों में बाढ़ को रोकने के लिए तेंदूवाला तटबंध को मजबूत करें।
- प्रदेश के मुख्यमंत्री ने फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर को भी बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीमों को स्टैंडबाय पर रखने का निर्देश दिया।
- हाल ही में हुई बारिश और नदी के तटबंधों के टूटने के कारण भी फिरोजपुर के कई गांव पहले से ही जलमग्न हैं। ऊपर से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान के सतलुज नदी पर अपने क्षेत्र में हेडवर्क गेट खोल दिया, जिसके बाद से फिरोजपुर जिले के 17 गांवों में पानी भर गया।
- सतलुज का पानी भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि के तहत भारत को आवंटित किया गया है। सतलुज पर कई प्रमुख जल विद्युत परियोजनाएं हैं, जिसमें भाखड़ा बांध, करछम-वांगतू जल विद्युत संयंत्र और नाथपा झाकरी बांध शामिल हैं। भारत में नदी बेसिन क्षेत्र हिमाचल प्रदेश, पंजाब, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान और हरियाणा राज्यों से होकर बहती है।