सार
पंजाब में अगले साल 2022 होने जा रहे विधानसभा चुनाव (punjab assembly elections 2O22) के पहले कांग्रेस में अंदरुनी तौर पर जबर्दस्त पॉलिटिक्स मची हुई है। हैरानी की बात यह है कि चन्नी को लगातार घेरने वाले नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को उनके साथ ही देहरादून में हरीश रावत के घर पहुंचे।
देहरादून. यह तस्वीर बताती है कि राजनीति में कुछ भी चलता रहता है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी (CM charanjit singh channi) के खिलाफ लगातार मुखर नवजोत सिंह सिद्धू(Navjot Singh Sidhu) मंगलवार को उनके ही साथ देहरादूर में हरीश रावत के घर पहुंचे। इस दौरान सबने साथ बैठकर चाय पी। यहां से सभी नेता हरीश रावत के साथ केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए।
कर्तव्य से बड़ा कोई धर्म नहीं
देहरादून में सिद्धू ने कहा कि वे कर्तव्य से बड़ा कोई धर्म नहीं है। वे यहां महादेव का आर्शीवाद लेने आए हैं। सिद्धू ने कहा- 'यतो धर्मस्ततो जया' ये गांधारी माता ने दुर्योधन से कहा था जब वो विजय का आशीर्वाद मांगने गए थे... अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर इस सृष्टि के कल्याण में जुट जाओ। यही आशीर्वाद महाकाल से मांगने आए हैं। पंजाब के कल्याण में हम अपना कल्याण निहित करें। वहीं, हरीश रावत ने कहा कि पंजाब में अब सब ठीक है। चुनौतियों को पार कर रहे हैं। आगे भी यह जारी रहेगा।
बिजली बिलों की माफी पर चन्नी के बारे में बोले थे सिद्धू
पंजाब में अगले साल 2022 में विधानसभा चुनाव (punjab assembly elections 2O22) होने वाले हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी (CM charanjit singh channi) ने प्रदेश के जनता को दिवाली गिफ्ट (diwali gift ) दिया है। सीएम ने ऐलान किया कि घरेलू बिजली की दरें अब 3 रुपए सस्ती होंगी। वहीं राज्य के कर्मचारियों के लिए भी तोहफा देते हुए उनका मंहगाई भत्ते में 11 प्रतिशत बढ़ोतरी की। इस घोषणा पर पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने इसे लॉलीपोप करार दिया है। सिद्धू ने यहां तक कह दिया कि पंजाब की जनता सिर्फ राज्य के कल्याण से जुड़े मुद्दों पर ही वोटिंग करे। पंजाब में संयुक्त हिंदू महासभा के एक कार्यक्रम में सिद्धू ने कहा कि वे लॉलीपोप देते रहते हैं। ये मुफ्त है, जो मुफ्त है, इन दो महीनों(इस बीच पंजाब में चुनाव हैं) में जा रहा है। क्लिक करके पढ़ें पूरी बात
हरीश रावत को पिछले महीने प्रदेश प्रभारी पद से हटाया गया था
अक्टूबर में कांग्रेस (congress) ने पंजाब (punjab) में बड़ा फेरबदल करते हुए हरीश रावत (harish rawat) की प्रदेश प्रभारी पद से छुट्टी कर दी थी। उनकी जगह राजस्थान के कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी (harish chaudhary) को पंजाब कांग्रेस का प्रभारी बनाया है। हरीश रावत कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot singh sidhu) की कलह को सही ढंग से हैंडल नहीं कर पाए थे। इस वजह से कांग्रेस हाईकमान की नाराजगी की खबरें भी सामने आ रही थी। कैप्टन के तख्ता पलट के बाद सिद्धू की सीएम चरणजीत चन्नी से टक्कर हो गई। जिसे सुलझाने रावत पंजाब आना चाहते थे, लेकिन हाईकमान ने उन्हें रोक दिया। उनकी जगह राजस्थान सरकार में मंत्री हरीश चौधरी को भेजा गया। जो अब तक हालात को संभाल कर बैठे हुए हैं। क्लिक करके पढ़ें पूरी बात