सार

DRDO और भारतीय सेना ने ओडिशा के चांदीपुर में क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (QRSAM) का सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल को लड़ाकू विमान और मिसाइल जैसे टारगेट को हवा में ही नष्ट करने के लिए बनाया गया है।
 

चांदीपुर। ओडिशा के समुद्री तट पर स्थित चांदीपुर फायरिंग रेंज से रक्षा क्षेत्र में भारत को मिली बड़ी कामयाबी की खबर आई है। यहां भारत द्वारा बनाए गए क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल (QRSAM) का सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल का छह फ्लाइट टेस्ट लिया गया। सभी टेस्ट में मिसाइल ने अपने टारगेट को हवा में नष्ट कर दिया। 

DRDO के अनुसार (Defence Research and Development Organisation) QRSAM का गुरुवार को हुआ फ्लाइट टेस्ट इंडियन आर्मी द्वारा किए जा रहे इवोल्युशन ट्रायल का हिस्सा है। फ्लाइट टेस्ट बहुत तेजी से उड़ रहे हवाई टारगेट के खिलाफ किया गया। इस मिसाइल को हमला करने आ रहे लड़ाकू विमान जैसे तेज और फुर्तिले टारगेट को नष्ट करने के लिए बनाया गया है। 

 

 

 

टेस्ट के दौरान मिसाइल की इस क्षमता की परीक्षा ली गई। इसके लिए लंबे रेंज और मध्यम ऊंचाई, छोटे रेंज और अधिक ऊंचाई, अपनी ऊंचाई बदल रहे टारगेट और लो रडार सिग्नेचर जैसे टारगेट का नकल किया गया और यह देखा गया कि मिसाइल का प्रदर्शन कैसा रहता है। इस बात की भी जांच की गई कि दिन और रात में यह हथियार किस तरह काम करता है। टेस्ट के दौरान मिसाइल ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। डीआरडीओ के अनुसार टेस्ट के दौरान मिसाइल ने सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा किया। 

क्यों खास है QRSAM?
जंग के दौरान हवाई अड्डों, कमांड सेंटर, गोला-बारूद के भंडार और अन्य सामरिक रूप से महत्वपूर्ण ठिकानों पर हवाई हमला होने का डर होता है। दुश्मन हमला करने के लिए लड़ाकू विमान इस्तेमाल करते हैं। हमला करने आ रहे दुश्मन के विमानों को रोकने के दो उपाये अपनाए जाते हैं। पहला है दुश्मन के लड़ाकू विमान से लड़ने के लिए अपना लड़ाकू विमान भेजना और दूसरा है मिसाइल से दुश्मन के लड़ाकू विमान को मार गिराना।

यह भी पढ़ें- अमेरिकी लड़ाकू विमान F-35 में भी हो गई Made in China की घुसपैठ, पता लगते ही पेंटागन ने लिया यह फैसला

हमला करने आ रहे लड़ाकू विमान, मिसाइल, हेलिकॉप्टर या ड्रोन को मार गिराने के लिए सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल की जरूरत होती है। QRSAM इसी काम के लिए बना है। इसकी मुख्य खासियत तेजी से दुश्मन पर हमला करना है। पिन प्वाइंट सटीकता से टारगेट को नष्ट कर देता है। रेडियो फ्रिक्वेंसी सीकर, मोबाइल लॉन्चर, पूरी तरह से ऑटोमैटिक कमांड और कंट्रोल सिस्टम और रडार QRSAM के सभी मुख्य हिस्से देश में विकसित किए गए हैं।

यह भी पढ़ें- दुनिया के तीसरे बड़े अमीर से एक बड़ा प्रॉमिस लेकर गई हैं बांग्लादेश की PM शेख हसीना, विजिट के 10 बड़े फैक्ट्स