सार

एक दिन पहले कांग्रेस छोड़ने वाली राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया है कि राम मंदिर जाने के बाद पार्टी में उन्हें परेशान किया जाने लगा था। उन्होंने सुशील आनंद पर अपमान करने का आरोप लगाया है।

 

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेसी नेता राधिका खेड़ा ने आरोप लगाया कि अयोध्या के राम मंदिर जाने के चलते उन्हें पार्टी द्वारा परेशान किया गया। राधिका ने 5 मई को कांग्रेस छोड़ा था। राधिका ने कहा है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ इकाई में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को पार्टी के नेता द्वारा किए जा रहे अपमान की जानकारी दी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की।

राधिका ने कहा है कि वह आगे भी कांग्रेस में चल रही "पुरुषवादी मानसिकता" पर बात करेंगी। उन्होंने छत्तीसगढ़ इकाई के संचार विंग के अध्यक्ष सुशील आनंद पर अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके बारे में सचिन पायलट, जयराम रमेश, भूपेश बघेल, आनंद शुक्ला और पवन खेड़ा सहित अन्य सीनियर कांग्रेसी नेताओं को बताया था।

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने नहीं दिया मिलने का समय

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाद्रा पर भी राधिका निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं दोनों से तीन साल से मिलने के लिए समय मांग रही थी, लेकिन उन्होंने समय नहीं दिया। हमेशा एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस भेजा गया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर तंज कसते हुए खेड़ा ने कहा, "उनकी न्याय यात्रा नाम मात्र के लिए थी। मुझे लगता है कि वह सिर्फ एक ट्रैवल व्लॉगर बनना चाहते हैं। वह ट्रैवल व्लॉगिंग कर रहे थे। मैंने उनसे (प्रियंका गांधी वाद्रा) से मिलने की कोशिश की, लेकिन वह किसी से नहीं मिलतीं। वह कहती हैं, 'लड़की' 'हूं लड़ सकती हूं'। लेकिन कांग्रेस का नारा है 'लड़की हो तो पिटोगी'।"

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मई में खेरा का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वह परेशान दिख रहीं थीं। उन्होंने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा था कि पार्टी में किसी का सम्मान नहीं किया जाता है, खासकर महिलाओं का। सोमवार को उन्होंने इस घटना के बारे में जानकारी दी। खेड़ा ने आरोप लगाया कि सुशील आनंद ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर मेरे खिलाफ "ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया, जिनके बारे में मैंने कभी सोचा भी नहीं था"। राधिका ने कहा कि उसे रूम में बंद कर दिया गया था। दो लोगों का पहरा लगा दिया गया। वह किसी तरह दरवाजा खोलकर भाग सकी।

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