Election Commission ने Rahul Gandhi को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में "चुनाव रिगिंग" के आरोपों पर बातचीत के लिए बुलाया था लेकिन दो महीने बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। क्या राहुल के दावे थे बेबुनियाद?
Rahul Gandhi vs Election Commission: चुनाव आयोग (ECI) ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। आयोग का आरोप है कि राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में कथित “चुनाव रिगिंग” के आरोपों पर बातचीत के लिए भेजे गए 12 जून के पत्र का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है।
दरअसल, राहुल गांधी ने 7 जून को इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख लिखा था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी और यही पैटर्न बिहार चुनाव 2025 में दोहराया जा सकता है। उन्होंने पांच चरणों में "डेमोक्रेसी रिगिंग" की बात कही थी। इसमें चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया में हेरफेर, वोटर लिस्ट में फर्जी नाम जोड़ना, मतगणना में धांधली, विरोधी पार्टियों को डराना, मीडिया के जरिए जनता को गुमराह करना शामिल था।
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EC का विस्तृत जवाब और खुला आमंत्रण
चुनाव आयोग ने बताया कि उसने राहुल को पत्र में लिखा था कि यदि कांग्रेस पार्टी को चुनाव प्रक्रिया पर कोई आपत्ति थी तो उसके उम्मीदवारों द्वारा अदालत में चुनाव याचिकाएं दाखिल की जातीं। फिर भी यदि आपके पास कोई अतिरिक्त जानकारी या आरोप हैं तो आप हमें लिख सकते हैं या व्यक्तिगत रूप से मिल सकते हैं। आयोग ने बताया कि उसने कांग्रेस को पहले भी 24 दिसंबर 2024 को विस्तृत जवाब दिया था जो ECI की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
फर्जी वोटर और आंकड़ों पर सफाई
ECI ने बताया कि महाराष्ट्र चुनाव में 1,00,186 बूथ लेवल अधिकारी (BLOs), 288 निर्वाचन रजिस्ट्रेशन अधिकारी, 139 जनरल ऑब्जर्वर और 28,421 कांग्रेस के बूथ लेवल एजेंट नियुक्त किए गए थे। आयोग का कहना है कि इसके बावजूद चुनाव में धांधली के आरोप तथ्यों से परे और राजनीति से प्रेरित लगते हैं।
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राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज़, बिहार चुनाव की आहट
राहुल गांधी ने अपने लेख में यह भी कहा था कि बिहार चुनाव 2025 में यही चुनाव की रिगिंग की ब्लूप्रिंट दोहराई जाएगी। इस बीच, बीजेपी के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन महाराष्ट्र में 235 सीटों के साथ भारी बहुमत में आया था जबकि कांग्रेस को केवल 16 सीटें मिलीं।
