सार
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में हो रही भयंकर बारिश की वजह से अब तक करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के हालात को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के मुख्यमंत्री से बात की है।
Himachal Rain. हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश ने जान-माल को भारी क्षति पहुंचाई है। अब तक की जानकारी के अनुसार करीब 20 लोगों की मौत हो चुकी है और 3 से 4 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। पीएम मोदी ने राज्य के हालात को लेकर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू से बातचीत की है। पहाड़ी राज्य के कुछ हिस्सों में अभी टूरिस्ट भी फंसे हुए हैं, जिनको रेस्क्यू किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य ने पिछले 50 वर्षों में इतनी भारी बारिश नहीं देखी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान के संबंध में मुख्यमंत्री से बात की और राज्य सरकार को संकट से बाहर निकालने के लिए पूरे सहयोगा का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने केंद्र से राज्य की स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का आग्रह किया है। हिमाचल प्रदेश में कुल्लू सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक है, जिसमें ब्यास नदी के तेज बहाव में ट्रक तक बह गया। मंडी में पंचवक्त्र मंदिर ब्यास नदी के पानी में डूब गया है। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता जय राम ठाकुर ने कहा कि बाढ़ के कारण घर बह गए और कम से कम 12 बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो गए या बह गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में बारिश से हुआ भारी नुकसान
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश के कारण आधारभूत ढ़ांचा सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसका असर देश के कई अन्य हिस्सों पर भी पड़ा है। सीएम सुक्खू ने अधिकारियों से बात की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि प्रकृति के प्रकोप ने सड़कों, बिजली ट्रांसफार्मरों, विद्युत उपकेंद्रों और कई जल आपूर्ति योजनाओं को नुकसान पहुंचा है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। एक पनबिजली परियोजना भी प्रभावित हुई है। उन्होंने सभी उपायुक्तों को अगले 10 दिनों तक सतर्क रहने और प्रभावित व्यक्तियों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिए हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव
सीएम ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान शुरू किया गया और समय रहते कई लोगों की जान बचाई गई हैं। उन्होंने जिला अधिकारियों से राहत और बचाव कार्यों के लिए पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों और स्थानीय निवासियों को शामिल करने को कहा है। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति तत्काल बहाल करने का निर्देश दिया। जगह-जगह फंसे हुए लोगों की सुविधा के लिए क्षतिग्रस्त पुलों के स्थान पर बेली ब्रिज के निर्माण का भी निर्देश दिया गया है। कहा कि मौसम अनुकूल होने पर हेलीकॉप्टरों से लाहौल-स्पीति और कुल्लू जिलों में फंसे करीब 300 पर्यटकों और लोकल लोगों को निकालने के प्रयास जारी है।
हिमाचल प्रदेश में कितनी बारिश हुई
राज्य के अधिकारियों ने कहा कि 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश में 92 मिमी बारिश दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश में आम तौर पर 1 जून से 10 जुलाई के बीच 168.9 मिमी बारिश होती है लेकिन इस बार 360.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 113 प्रतिशत अधिक है। 1 जुलाई से 10 जुलाई के बीच राज्य में 239.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 253 फीसदी ज्यादा है। मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं कि सामान्य बारिश 68.7 मिमी होनी चाहिए। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल में 20 लोगों की मौत हो गई और 1300 से ज्यादा सड़कें बंद हैं।
अगले 24 घंटों के लिए हिमाचल में अलर्ट जारी
हिमाचल प्रदेश के सीएम ने लोगों से अगले 24 घंटों तक घर के अंदर रहने की अपील की है। साथ लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। सरकार ने तीन हेल्पलाइन नंबर 1100, 1070 और 1077 जारी किए हैं। किसी भी इमरजेंसी की स्थिति में इन नंबरों पर कॉल किया जा सकता है।
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