सार
पिछले कई दिनों से बागेश्वर धाम सरकार उर्फ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मीडिया में छाए हुए हैं। 26 वर्षीय धर्मगुरु को लेकर एक अब एक नई खबर वायरल है कि वे ख्यात कथावाचक जया किशोरी के साथ वैवाहिक गठबंधन में बंधने जा रहे हैं।
डेस्क न्यूज. पिछले कई दिनों से बागेश्वर धाम सरकार उर्फ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री(Bageshwar Dham Sarkar alias Dhirendra Krishna) मीडिया में छाए हुए हैं। धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम मंदिर के मुख्य पुजारी हैं। यह मंदिर मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में स्थित है। 26 वर्षीय धर्मगुरु को लेकर एक अब एक नई खबर वायरल है कि वे ख्यात कथावाचक जया किशोरी के साथ वैवाहिक गठबंधन में बंधने जा रहे हैं। जानिए आखिर मामला क्या है?
धीरेंद्र शास्त्री ने शादी की खबरों को अफवाह बताया, पढ़िए 12 बड़ी बातें
1. बागेश्वर महाराज धीरेंद्र शास्त्री को लेकर सोशल मीडिया पर एक एक नई खबर चल रही है कि वे कथावाचक जया किशोरी से शादी करने जा रहे हैं! हालांकि धीरेंद्र शास्त्री ने इसे महज अफवाह बताया है। इंटरनेट पर धीरेंद्र शास्त्री और जया किशोरी के विवाह की खबरों को उन्होंने फर्जी करार दिया है।
2. कथावाचक जया किशोरी से शादी की अफवाह को पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा-"यह एक मिथ्या है। ये बिल्कुल झूठ और गलत बात है। हमारा ऐसा कोई भाव नहीं है।"
3. धीरेंद्र शास्त्री दावा करते हैं कि वे लोगों को परेशानियों से चमत्कारिक रूप से मुक्ति दिलाते हैं। यह उनके विवाद की वजह बन गया है।
4. धीरेंद्र शास्त्री हाल ही में विवादों में आए थे, जब उन्हें महाराष्ट्र के एक अंधविश्वास विरोधी संगठन-नागपुर स्थित अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने अपनी शक्तियों को साबित करने की चुनौती दी थी।
5.धीरेंद्र शास्त्री ने समिति के जवाब में पलटवार करते हुए कहा था कि वह बागेश्वर बालाजी में पूरा विश्वास करते हैं। यह विवाद तब पैदा हुआ, जब वह 5-13 जनवरी तक भगवद् कथा के लिए नागपुर में थे। हालांकि विवाद बढ़ने पर वह दो दिन पहले कथा छोड़कर रायपुर निकल गए थे।
6. 20 जनवरी को इसी मामले को लेकर एक पत्रकार के साथ उनका वीडियो वायरल हुआ, तो वह एक बार फिर सुर्खियों में आ गए।
7. धीरेंद्र शास्त्री के बारे में गढ़ा गांव के लोगों का कहना है कि कुछ साल पहले वे रिक्शा चलाते थे। उनका परिवार बहुत गरीब था। उनकी शिक्षा मध्य प्रदेश के एक सरकारी स्कूल से हुई।
8.कहते हैं कि एक पुजारी के तौर पर जब वे बागेश्वर धाम मंदिर से जुड़े, तब ये छोटा मंदिर था। मंदिर से जुड़ते ही धीरेंद्र शास्त्री ने चमत्कारों के जरिये समस्याएं सुलझाने का दावा किया। इसके बाद से ही उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई। उनका दावा है कि उन्होंने अपने दादा सेतुलाल गर्ग सन्यासी बाबा से दीक्षा ली थी, जो एक कथा वाचक भी थे।
9. धीरेंद्र शास्त्री हर मंगलवार और शनिवार को एक बैठक करते हैं। इसे दिव्य अदालत कहा जाने लगा है। उनकी अपनी एक वेबसाइट है। इसके जरिये अनुयायियों को कई तरह की सेवाएं दी जाती हैं।
10. धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के लिए वेबसाइट से टोकन लेना पड़ता है। फिर आवेदक को अपने बारे में विभिन्न विवरण जैसे नाम, पिता का नाम, बच्चों का नाम, मोबाइल नंबर आदि लिखवाना पड़ता है। इसके बाद उसे तय तारीख पर आने को बोला जाता है।
11. जिन लोगों को शास्त्री से मिलना होता है, उन्हें नियमित मुलाकातों के लिए एक लाल कपड़े में एक नारियल, वैवाहिक मुलाकातों के लिए पीला कपड़ा और भूतों द्वारा परेशान करने के लिए काला कपड़ा रखना होता है।
12. धीरेंद्र शास्त्री के विवाद में नेता भी कूद पड़े हैं। देशभर में उनके समर्थन और विरोध में प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर प्रो और एंटी पोस्ट वायरल हो रही हैं। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा तो शास्त्री 'सनातनी बब्बर शेर' कहते हैं।
यह भी पढ़ें