प्रधानमंत्री मोदी ने पुट्टपर्थी में साईं बाबा जन्म शताब्दी समारोह में सेवा को परमोधर्म बताया। सत्य साईं ट्रस्ट के शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा राहत और सुकन्या समृद्धि योजना में योगदान को सराहा। गौदान समारोह और ग्रामीण समृद्धि पर जोर।
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में श्री सत्य साईं बाबा की जन्म शताब्दी के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाइव संबोधन में ‘सेवा’ पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सेवा का सिद्धांत भारतीय संस्कृति का आधार है और ऐसे महान गुरु, जैसे सत्य साईं बाबा, हमें मानवता की दिशा दिखाते हैं।
साईं ट्रस्ट के धर्मार्थ कार्यों का चमत्कार
प्रधानमंत्री मोदी ने साईं सेंट्रल ट्रस्ट के धर्मार्थ कामों की सराहना की। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और आपदा राहत में अनेक काम किए हैं। रायलसीमा में लोगों को पीने का साफ पानी उपलब्ध करवाना और ओडिशा बाढ़ के बाद घर बनाना जैसे काम इसके उदाहरण हैं। मोदी ने कहा कि सेवा ही परमोधर्म है और यही मंत्र सदियों से भारत को मजबूती और जीवन देने वाला बना रहा है।
क्या साईं बाबा की शिक्षाएं आज भी बदल सकती हैं जीवन?
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि गुजरात भूकंप के समय साईं बाबा के अनुयायियों ने सबसे पहले पीड़ितों की मदद की थी। उन्होंने प्रभावित परिवारों तक राहत सामग्री पहुँचाई और कई दिनों तक भावनात्मक और सामाजिक सहायता भी दी। मोदी ने कहा, “जब एक मुलाकात किसी के दिल को छू लेती है या जीवन बदल देती है, तो यही सच्ची महानता है।”
सुकन्या समृद्धि योजना और ट्रस्ट की नई पहल
मोदी ने सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट ने इस योजना के तहत 20,000 नए खाते खोले, जो युवा लड़कियों के सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। यह पहल समाज में शिक्षा, सुरक्षा और वित्तीय सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है।
गौदान समारोह: क्या गायों की भेंट में छुपा संदेश है?
प्रधानमंत्री ने पवित्र गौदान समारोह में भाग लिया। यहाँ किसानों को गिर गायें भेंट की गईं, जो पोषण, संस्कृति और ग्रामीण समृद्धि का प्रतीक हैं। मोदी ने कहा कि साईं बाबा की शिक्षाओं से प्रेरित होकर हमें मानवता और हर जीव के प्रति प्रेम और सम्मान के साथ सेवा करनी चाहिए।
क्या साईं ट्रस्ट का मॉडल भविष्य के लिए उदाहरण है?
मोदी ने संतोष जताया कि ट्रस्ट और उससे जुड़ी संस्थाएँ सेवा के मिशन को संस्थागत और दीर्घकालिक रूप से आगे बढ़ा रही हैं। आज ट्रस्ट का मॉडल व्यावहारिक और सफल है। पेयजल, आवास, स्वास्थ्य सेवा, पोषण, आपदा सहायता और स्वच्छ ऊर्जा में उनका योगदान सराहनीय है।
सेवा ही परमोधर्म है?
प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश साफ है: सेवा न केवल मानवता का मार्ग है बल्कि समाज और देश को मजबूत बनाने की राह भी। साईं बाबा की शिक्षाओं से प्रेरित होकर, हम सभी अपने जीवन में सेवा, मानवता और करुणा को अपनाएं।


