सार
वैज्ञानिकों के लिए नए तरह का सेंसर (Sensor in T-Shirts) आ गया जिससे वे छोटी से छोटी और महत्वपूर्ण चीजों की निगरानी कर सकते हैं। यह सेंसर टीशर्ट्स में लगाए जाते हैं। इनकी कीमत भी काफी कम है और ये आसानी से उपलब्ध भी हैं।
Sensors In T-Shirts. वैज्ञानिकों और रिसर्चर्स के लिए लो-कॉस्ट सेंसर्स ईजाद किए गए हैं, जिसे टी-शर्ट्स में इंबेड किया जा सकता है। ये सेंसर टी-शर्ट्स और फेस मास्क में आसानी से लगाए जा सकते हैं। इससे ब्रीथिंग, हार्ट रेट की निगरानी आसानी से की जा सकती है। इन सेंसर्स से एक्सरसाइज, स्लीप और स्ट्रेस को बेहतर मॉनिटर किया जा सकता है। इससे बीमारियों को डायग्नास करने के अलावा सांस लेने जैसी महत्वपूर्ण चीजों की निगरानी की जा सकती है।
कितनी है कीमत, कैसे करेगा काम
यह नया कॉटन बेस्ड सेंसर है जिसे पेकोटेक्स नाम दिया गया है। इसकी मैन्यूफैक्चरिंग कॉस्ट 0.15 डॉलर के आसपास है। यह साइज में इतने छोटे होते हैं कि 1 मीटर के कपड़े में दस से ज्यादा सेंसर्स लगाए जा सकते हैं। पेकोटेक्स को इंडस्ट्री स्टैंडर्ड कंप्यूटराइज्ड इब्रायडरी मशीन के साथ आसानी से लगाया जा सकता है। बायोइंजिनियरिंग डिपार्टमेंट के एक पीएचडी होल्डर रिसर्चर ने पहली बार इसके बारे में लिखा है। उनका कहना है कि फ्लेक्सिबल मीडियम ऑफ क्लाथिंग का मतलब है हमारे सेंसर्स के वाइड रेंज का इस्तेमाल किया जा सकता है। इन्हें आसानी से तैयार किया जा सकता है। यह नई जेनरेशन के लिए पहनने वाले कपड़ों में भी लगाया जा सकता है।
फेस मास्क में भी लग सकता है
रिसर्च टीम ने इन सेंसर्स को फेस मास्क में भी लगाने में सफलता पाई है, जिससे सांसों पर निगरानी की जा सकती है। वहीं टीशर्ट्स पर लगे सेंसर से हार्ट एक्टिविटी को परखा जा सकता है। टेक्सटाइल पर लगे सेंसर से अमोनिया गैस को भी मॉनिटर किया जा सकता है। यह कंपोनेंट लीवर और किडनी के फंक्शन को भी ट्रैक कर सकता है। अमोनिया सेंसर को गैस की जांच के लिए डेवलप किया गया है, जिसे इंब्रायडरी में फिक्स किया जा सकता है। रिसर्चर्स का कहना है कि इस एप्लीकेशन से कार्डियक एक्टिविटि और ब्रीथिंग पर निगरानी की जा सकती है। आगे इसका प्रयोग बीमारियों के ट्रीटमेंट, एक्सरसाइज के दौरान बॉडी की निगरानी की जा सकती है। साथ ही स्लीप, स्ट्रेस को भी जांचा जा सकता है।
पहनने वाले हैं सेंसर
ये पहने जा सकने वाले सेंसर जैसे कि स्मार्टवॉच होता है, इससे किसी के हेल्थ की बेहतर निगरानी की जा सकती है। हालांकि यह अभी सबके लिए उपलब्ध नहीं है। हालांकि इंपीरियल रिसर्चर्स द्वारा पेकोटेक्स को डेवलप किया जा रहा है। रिसर्चर्स का कहना है कि हम देख रहे हैं कि आने वाले समय में पहने जाने वाले ये सेंसर सभी के लिए उपलब्ध होंगे और फ्यूचर में बीमारियों को ट्रैक करने में बड़ा मददगार साबित होगा।
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