सार
17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 72वां जन्मदिन था। इस मौके पर देशभर में कई कार्यक्रम हुए। लेकिन दिल्ली के एक गुरुद्वारे में एक अलग तरह का आयोजन किया गया। दिल्ली के गुरुद्वारा श्री बाला साहिब जी ने एक 'अखंड पाठ' का आयोजन किया था। यह आयोजन 15 सितंबर को शुरू हुआ और 17 सितंबर को समाप्त हुआ।
नई दिल्ली. शनिवार (17 सितंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 72वां जन्मदिन था। इस मौके पर देशभर में कई कार्यक्रम हुए। लेकिन दिल्ली के एक गुरुद्वारे में एक अलग तरह का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर दिल्ली के गुरुद्वारा श्री बाला साहिब जी ने एक 'अखंड पाठ' का आयोजन किया था। यह आयोजन 15 सितंबर को शुरू हुआ और 17 सितंबर को समाप्त हुआ। इस 'अखंड पाठ' में हजारों सिख भक्तों ने भाग लिया। यह शायद अपनी तरह की अनूठी पहल थी, जब किसी गुरुद्वारे ने देश के प्रधानमंत्री के लिए 'अखंड पाठ' का आयोजन किया था।
इस अवसर पर गुरुद्वारा द्वारा लंगर, हेल्थ कैम्प और ब्लड डोनेशन कैम्प का भी आयोजन किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आयोजित रक्तदान अमृत महोत्सव (Raktdaan Amrit Mahotsav) के दौरान एक लाख से अधिक लोगों ने रक्तदान कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इससे पहले 2014 में एक दिन में सबसे अधिक 87,059 लोगों ने रक्तदान किया था।
सिख प्रतिनिधिमंडल मोदी से मिला
इसी सिलसिले में गुरुद्वारे का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार(19 सितंबर) को प्रधानमंत्री के आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर प्रसाद और आशीर्वाद देने पहुंचा। सिख प्रतिनिधिमंडल ने पगड़ी बांधकर और सिरोपा भेंट कर प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान किया। प्रधानमंत्री की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य की अरदास भी की गई। प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से मिलने पर प्रसन्नता जताते हुए उनकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया। देश और समाज की भलाई के लिए प्रार्थना की। मोदी ने कहा जिस तरह से सिख समुदाय उनसे मिलने आया, उन्हें सिख समुदाय का हिस्सा महसूस कराया, इस विनम्रता ने उनके दिल को गहराई से छुआ। मोदी ने सिख समुदाय के कल्याण के लिए लगातार काम करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
सिख समुदाय ने मोदी के प्रयासों को सराहा
प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री द्वारा सिख समुदाय के सम्मान और कल्याण के लिए की गई महत्वपूर्ण पहल के लिए भी धन्यवाद दिया। सिख प्रतिनिधिमंडल ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में घोषित करने, करतारपुर साहिब कॉरिडोर को फिर से खुलवाने, गुरुद्वारों द्वारा चलाए जा रहे लंगरों पर GST को हटाने सहित प्रधान मंत्री द्वारा किए गए कई प्रयासों को याद किया। इसमें गुरु ग्रंथ साहिब की प्रतियां अफगानिस्तान से भारत पहुंचाने में सरकार के प्रयासों को भी याद किया। बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद बड़ी संख्या में सिखों का वहां से पलायन बढ़ा था।
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