सार

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हिमस्खलन का सबसे अधिक खतरा बताया है। इस जिले को हिमस्खलन का सबसे डेंजर जोन घोषित कर चेतावनी जारी की गई है।

Avalanche warning: जम्मू-कश्मीर में मौसम का मिजाज तल्ख होता जा रहा है। मौसम का पारा गिरने के साथ ही हिमस्खलन का भी खतरा कई क्षेत्रों में बढ़ गया है। राज्य के मौसम अधिकारियों ने 12 जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी दी है। बीते 24 घंटे में जम्मू-कश्मीर में मीडियम स्नोफॉल हो रहा है। हजारों पर्यटक सर्दियों के मौसम में यहां स्नोफॉल का लुत्फ उठाने के लिए आते हैं।

इन जिलों में हिमस्खलन का खतरा...

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में हिमस्खलन का सबसे अधिक खतरा बताया है। इस जिले को हिमस्खलन का सबसे डेंजर जोन घोषित कर चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा बांदीपोरा, बारामुला, डोडा, गांदरबल, किश्तवाड़, पुंछ, रामबन और रियासी जिलों में भी हिमस्खलन का खतरा होने की चेतावनी जारी की गई है। 

कुपवाड़ा जिले में दो हजार मीटर से ऊपर हिमस्खलन

एसडीएमए अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर बताया है कि अगले 24 घंटों में कुपवाड़ा जिले में हाईरिस्क के साथ 2000 मीटर से ऊपर हिमस्खलन की आशंका है। जबकि बांदीपोरा, बारामुला, डोडा, गांदरबल, किश्तवाड़, पुंछ, रामबन और रियासी में भी 2,000 मीटर से ऊपर हिमस्खलन हो सकता है लेकिन यहां मीडियम लेवल की रिस्क है। यही नहीं अगले 24 घंटों में अनंतनाग, कुलगाम और राजौरी जिलों में भी 2,000 मीटर से ऊपर हिमस्खलन होने की आशंका है।

अलर्ट में हिमस्खलन क्षेत्रों में जाने से बचने की सलाह

एसडीएमए ने कहा कि इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। हिमस्खलन की आशंका को देखते हुए इन क्षेत्रों में नहीं जाने के लिए पूर्ण प्रतिबंध लगाने को कहा गया है। साथ ही लोगों को एहतियातन ऐसा करने से बचने को कहा गया है। दरअसल, कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में पिछले दो दिनों से मध्यम से भारी स्नोफॉल हो रहा है। 

गांदरबल में दो कर्मचारियों की मौत

हिमस्खलन चेतावनी के बावजूद कई जगह लोग मनमानी कर रहे हैं। गांदरबल जिले के सोनमर्ग में गुरुवार को एक निर्माण कंपनी के कार्यस्थल पर हिमस्खलन की चपेट में आने से दो मजदूरों की मौत हो गई।

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